धरातल पर हो काम तो आत्मनिर्भर बनेंगी महिलाएं
अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर हिन्दुस्तान ने बुधवार को महिला उत्थान को लेकर एक संवाद आयोजित...
अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर हिन्दुस्तान ने बुधवार को महिला उत्थान को लेकर एक संवाद आयोजित किया।
जिसमें महिलाओं ने बेबाकी से अपनी राय रखी। महिलाओं का मानना था कि जमीनी धरातल पर जाकर महिलाओं को शिक्षा, आत्मनिर्भरता,स्वास्थ्य और सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक करना होगा। महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होगी तो वह सभी आत्मनिर्भर बनेगी। इसके लिए जरूरत है कि महिलाएं सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े। जिससे समाज में परिवर्तन आएगा। महिलाओं ने कहा कि महिलाओं के उत्थान और विकास को लेकर तमाम योजनाएं संचालित हैं। लेकिन इसके बाद भी ग्रामीण परिवेश में आज भी पर्दा प्रथा, अशिक्षा की समस्या से महिलाएं जूझ रही हैं। इसके लिए जरूरत है कि स्वयंसेवी संस्थाएं ईमानदारी के साथ काम करें, जिससे महिलाओं की दिशा और दशा में सुधार किया जा सके। कई महिलाओं ने शराब बंदी पर जोर दिया।
मंथन के मोती
-जमीनी धरातल पर हो काम, कहीं स्वप्न न रह जाए महिला सशक्तीकरण
2-महिलाएं बने स्वावलंबी, लाए स्वनिर्णय लेने की क्षमता
3-मार्शल आर्ट सीखने भर से नहीं होगी सुरक्षा, आत्म विश्वास बढ़ाना जरूरी
4-प्रखर और मुखर बने महिलाएं, तभी होगा विकास
5-सकारात्मक सोच के साथ आगे बढे़
सुझाव
1-परिवार तोड़कर नहीं जोड़कर चले महिलाएं
2-शिक्षित और स्वालंबी बने अधिकारों के प्रति हो जागरूक
3-आधुनिक डिजिटल प्रणाली से जुड़कर आगे बढ़े महिलाएं
4-महिलाओं को कानून की जानकारी होना जरूरी
5- महिला दिवस पर ही नहीं हर क्षण महिलाओं को मिले सम्मान