गेस्ट हाउस मालिक के इकलौते पुत्र को पुलिस ने कराया मुक्त
शहर में एक मैरिज हाल से धार्मिक पूजा के दौरान गेस्ट हाउस के मालिक राकेश राजपूत के इकलौते बेटे का अपहरण कर 10 लाख की फिरौती मांगी गई। जिसने घटना की सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने तेज एक्शन लेते हुए...
शहर में एक मैरिज हाल से धार्मिक पूजा के दौरान गेस्ट हाउस के मालिक राकेश राजपूत के इकलौते बेटे का अपहरण कर 10 लाख की फिरौती मांगी गई। जिसने घटना की सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने तेज एक्शन लेते हुए अपहृत बच्चे को बरामद कर बच्चे को अगवा करने वाले चार अभियुक्तों को दबोच लिया। पुलिस अधीक्षक और गेस्ट हाउस मालिक ने पुलिस पार्टी को नगद इनाम दिया है।
फूटा कुआं मोहल्ला निवासी राकेश राजपूत के गेस्ट हाउस मे शनिवार की रात पूजा कार्यक्रम चल रहा था। वहां पर उसका इकलौता पुत्र आलोक राजपूत भी मौजूद था। इसी बीच दो लोग आलोक का अपहरण करके ले गए। राकेश ने मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई थी। पुलिस लाइन सभागार में अपर पुलिस अधीक्षक महेद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि तीरथ राम कुशवाहा पुत्र राम कृपाल कुशवाहा निवासी बेलगांव थाना बिसंडा राकेश के यहां किराए से रहता है। साथ में उसका पुत्र मनीष भी रहता है। दोनों लोग सटरिग का काम करते हैं। तीरथ राम ने अपने चचेरे भाई दीपचंद पुत्र धरमपाल निवासी बेलगांव और रवीद्र कुमार कुशवाहा पुत्र रतन लाल कुशवाहा निवासी रीवन हमीरपुर के साथ मिलकर आलोक के अपरण की साजिस रची गई। घटना वाले दिन तीरथ राम आलोक को टाफी खिलाने के बहाने गेस्टहाउस से बाहर लिवा लाया। वहां मौजूद दीपचंद और रवीद्र कुमार ने आलोक का अपहरण कर लिया। बाइक से उसे अजयगढ़ बबलू की बगियां ले गए। रविवार की रात दीपचंद्र ने गेस्टहाउस मालिक राकेश के फोन पर 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी पुलिस ने सबसे पहले तीरथ राम और उसके पुत्र मनीष को हिरासत में ले लिया। उधर दीपचंद्र और रवीद्र आलोक को कंबल में लपेटकर बाइक से कही दूसरी जगह लिए जा रहे थे। तभी एसओजी प्रभारी आनंद सिंह और कोतवाली प्रभारी दिनेश ने अपने हमराही सिपाहियों के साथ नरैनी क्षेत्र के जमवारा गांव के सभी चेकिग के दौरान दीपचंद्र और रवीद्र को गिरफ्तार करने के बाद बालक को अपहरण कर्ताओं से मुक्त करा लिया। पुलिस टीम मे मयंक सिंह चदेल,कौशल सिंह,चंदपाल सिंह,योगेद्र सिंह, नीतेश समाधियां भूपेद्र सिंह, शैलेद्र कुमार, सागर यादव,रविकुमारशर्मा,आशुतोष,यादव,सत्येद्र यादव,अजय पासी, आदि मौजूद रहे।
पुलिस की सूझ बूझ से बची बालक की जान
बांदा। अपहरण किए गए आलोक की अपहरण कर्ता फिरौती की रकम लेने के बाद उसकी हत्या कर देते। पिता राकेश ने बताया कि आलोक सभी लोगों को पहचानता था। फिरौती मांगने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने सूझबूझ से बालक को शकुशल अपहरण कर्ता से मुक्त करा लिया।
खुशी से माता -पिता के छलके आशू
बांदा। इकलौते पुत्र आलोक के अपहरण होने के बाद माता -पिता समेत परिवार के लोग बदहवास हो गए थे। जिसने भी जिस दिशा मे बताया उसी दिशा मे लोग खोजबीन के लिए निकल पढ़ते थे। रविवार की रात आलोक के मुक्त होने की खबर मिलते ही परिवार मे खुशी की लहर दौड़ गई। बेटे को शकुशल देख माता -पिता के आखों से आशू छलक पड़े।
गेस्टहाउस मालिक ने पुलिस को दिया 51 हजार नगद
बांदा। अपहरण किए गए पुत्र के मिलने के बाद गेस्टहाउस मालिक राकेश राजपूत ने पुलिस की कारगुजारी से खुश हो कर पुलिस लाइन मे अपर पुलिस अधीक्षक और एसओजी टीम को फूल मालाओं से स्वागत किया। मुह मीठा कराने के बाद पुलिस पार्टी को 51हजार रुपए नगद इनाम दिया।