कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता से अपराधी बेखौफ
शहर कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता से अपराधी बेखौफ हो गए हैं। यही वजह है कि बुधवार की रात बंदूक की दुकान में इतनी बडी वारदात को अंजाम दिया। करीब एक पखवारा पहले भी इसी क्षेत्र में कुछ अराजकतत्वों ने एक...
शहर कोतवाली पुलिस की निष्क्रियता से अपराधी बेखौफ हो गए हैं। यही वजह है कि बुधवार की रात बंदूक की दुकान में इतनी बडी वारदात को अंजाम दिया। करीब एक पखवारा पहले भी इसी क्षेत्र में कुछ अराजकतत्वों ने एक युवक के साथ मारपीट की थी, और बंधक बनाकर ले गए थे। हलांकि बाद में युवक को छोड़ भी दिया गया। इस मामले की रिपोर्ट भी कोतवाली में दर्ज है। लेकिन आज तक कोतवाली पुलिस इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। शहर के भीड़ भाड़ वाले इस इलाके में बंदूक की दुकान में इतनी बड़ी वारदात से शहरवासी सहम से गए हैं। आरोप है कि गश्त के नाम पर महज खानापूरी की जाती है, शायद पुलिस को बालू ढ़ोने वालों से वसूली से ही फुरसत नहीं है। ऐसे में अपराधियों के हौसले बुलंद होना स्वाभाविक है।
शहर कोतवाली पुलिस वैसे तो बहुत दावा करती है कि अपराध और अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है। छोटी-मोटी वारदातों के मुजरिमों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपा लेती है। लेकिन हार्डकोर अपराधियों की कारगुजारियों पर उसका कोई ध्यान नहीं जाता। अपनी सुस्त कार्यप्रणाली के लिए बदनाम शहर कोतवाली पुलिस की कार्यप्रणाली और गश्त प्रक्रिया की पोल तब खुल गई जब आधी रात को अपराधियों ने शहर के अतिव्यस्त इलाके स्टेशन रोड स्थित दि पंजाब आर्मरी बंदूक की दुकान में धावा बोलकर लाखों रुपए का माल पार कर दिया। शहरवासियों का आरोप है कि पुलिस गश्त के नाम पर महज खानापूरी करती है। शहर के कुछ मोहल्लों को छोड़ दिया जाए, अति व्यस्त इलाके पर तो चौबीसों घंटे पुलिस की तैनाती रहनी चाहिए और वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों की सक्रियता के साथ निगेहबानी करनी चाहिए। लेकिन यदि गश्त पर सिपाही को लगा भी दिया जाता है तो महज कुर्सी पर बैठकर ही ड्यूटी पूरी की जाती है। इसी सुस्त कार्यप्रणाली का नतीजा है कि अति व्यस्त इलाके में इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया और आसानी से निकल गए। यही नहीं आरोप है कि पीली कोठी स्टेशन रोड पर विगत दिनों कुछ अराजकतत्वों ने सरेशाम एक युवक के साथ मारपीट कर उसे बंधक बनाकर चौपहिया वाहन में डालकर ले गए थे, बाद में उसे छोड़ दिया। इस मामले की कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आज तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर की पुलिस अपने कर्तव्यों के प्रति कितनी सजग है। डीआईजी का कहना है कि एएसपी की जांच रिपोर्ट में जो भी लापरवाह नजर आएगा। उस पर कडी कार्रवाई की जाएगी।