ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश बांदासुरक्षित गर्भावस्था के लिए पौष्टिक आहार जरूरी

सुरक्षित गर्भावस्था के लिए पौष्टिक आहार जरूरी

गर्भावस्था के दौरान खून की कमी को दूर करके प्रसव में होने वाले जोखिम को टाला जा सकता है। खून की कमी से समय से पहले बच्चा पैदा होना, कम वजन का बच्चा होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य...

सुरक्षित गर्भावस्था के लिए पौष्टिक आहार जरूरी
हिन्दुस्तान टीम,बांदाTue, 17 Sep 2019 10:13 PM
ऐप पर पढ़ें

गर्भावस्था के दौरान खून की कमी को दूर करके प्रसव में होने वाले जोखिम को टाला जा सकता है। खून की कमी से समय से पहले बच्चा पैदा होना, कम वजन का बच्चा होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सर्वे 2015-16 के अनुसार जिले की 61 प्रतिशत महिलाएं खून की कमी से ग्रसित हैं।

जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा.ऊषा सिंह ने गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन व आयरन की गोली लेने से इस परिस्थिति से बचा जा सकता है। आयरन-युक्त खाद्य पदार्थों जैसे हरी सब्ज़ियां, दालें, गुड़-चना, मौसमी फल, मांसाहार आदि से शरीर को ज़रूरी पोषण आसानी से मिल जाता है। जिससे खून की कमी को दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि समुदाय में आशा, आंगनवाड़ी और एएनएम के ज़रिये गर्भवती महिलाओं को समय-समय पर पोषण सम्बन्धी परामर्श दिया जाता है। महिला समूहों में भी इस पर खास चर्चा की जाती है।

प्रसवपूर्व जांच बेहद जरूरी

डॉ. उषा सिंह ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान खून की कमी का अक्सर पता नहीं लग पाता। इसलिए गर्भावस्था के दौरान पहली प्रसवपूर्व जांच के दौरान रक्त की जांच ज़रूर करवाना चाहिए। यदि दूसरी तिमाही के दौरान भी जांच में खून की अत्यधिक कमी पाई जाती है तो जटिलताएं बढ़ सकती हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए गर्भवती को आयरन सुक्रोस के इंजेक्शन भी दिए जाते हैं। शरीर में आयरन के अवशोषण के लिए विटामिन-सी से भरपूर चीज़ें जैसे अमरूद, संतरा, आंवला खाना चाहिए। प्रसव पूर्व जांच को सुनिश्चित करने के लिए हर माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान मनाया जाता है। जिसमें प्रसूता की सभी जांच की जाती है।

एनीमिया से बचने के उपाय

गुड़ में भरपूर मात्रा में आयरन होता है। वहीं भुना हुआ चना प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है और इसमें आयरन की भी काफी मात्रा होती है। गुड़-चना का सेवन साथ में करने से न केवल एनीमिया को रोकने में मदद मिलती है बल्कि यह शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। इसके अलावा ड्राई फ्रूट, दालें, तिल, राजमा, सूजी और मोटे अनाज जैसे बाजरा और मक्का में भी खूब आयरन होता है। यदि मांसाहार हैं तो वह का उत्तम स्रोत है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें