बीज पर रही ज्यादा नजर, लक्ष्य से कम हुई खाद की सैंपलिंग
बांदा संवाददाता। खाद और बीज की गुणवत्ता जांचने के लिए हर साल नमूने लेकर

बांदा संवाददाता।
खाद और बीज की गुणवत्ता जांचने के लिए हर साल नमूने लेकर उनकी जांच कराई जाती है। इस साल कृषि विभाग की नजर बीजों की गुणवत्ता पर विशेष रूप से रही। खाद की सैंपलिंग के लिए मिला लक्ष्य जहां अभी पूरा नहीं हुआ। वहीं बीजों के 164 नमूने जांच को भेजे गए जो लक्ष्य से ज्यादा हैं। खाद-बीज के 29 नमूनों का परिणाम आना अभी बाकी है।
जिले में करीब तीन लाख हेक्टेयर में रबी व सवा लाख हेक्टेयर से अधिक रकबे में किसान फसलें पैदा करते हैं। हर साल हजारों कुंतल बीज व हजारों मीट्रिक टन खाद की खपत फसलों की पैदावार में होती है। जिले के दो सैकड़ा से अधिक सरकारी व निजी बिक्री केंद्रों से खाद व बीज की बिक्री की जाती है। किसानों को गुणवत्ता युक्त खाद-बीज मुहैया कराने के लिए कृषि विभाग बिक्री केंद्रों से खाद बीज के नमूने एकत्र कर उनकी गुणवत्ता की जांच को भेजता है। इस साल उर्वरक के 65 व बीज के 147 नमूने एकत्र करने का लक्ष्य मिला है।
इसके सापेक्ष बीज के 164 नमूने लिए जा चुके हैं जो लक्ष्य से ज्यादा है। इनमें 22 नमूनों का परिणाम आना बाकी है। इसी तरह उर्वरक में 65 लक्ष्य के सापेक्ष 59 नमूने लिए जा चुके हैं। उर्वरक के सात नमूनों की जांच का परिणाम मिलना बाकी है। इस तरह से खाद-बीज के 29 सैंपल की जांच रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। बाकी की जांच मानक पूर्ण बताए गए हैं। जिला कृषि अधिकारी डा.प्रमोद कुमार ने बताया कि खाद-बीज के काफी संख्या में नमूने लेकर उनकी जांच करायी जा चुकी है। किसानों को मानक व गुणवत्ता पूर्ण खाद व बीज दिलाने के लिए समय-समय पर छापेमारी कर बिक्री केंद्रों से सैंपल लेकर उन्हे जांच के लिए भेजा जाता है।
