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बाबुल के यहां से ससुराल पौधे लेकर विदा हुई लक्ष्मी

बुंदेलखण्ड में पर्यावरण के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं। शादी समारोह में भी जहां लोग पुरानी पद्धति अपना रहे हैं। वहीं बरातियों को उपहार स्वरूप पौधे देकर इनकी रक्षा का संकल्प ले रहे हैं। गुरूवार को...

बाबुल के यहां से ससुराल पौधे लेकर विदा हुई लक्ष्मी
हिन्दुस्तान टीम,बांदाThu, 21 Jun 2018 10:35 PM
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बुंदेलखण्ड में पर्यावरण के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं। शादी समारोह में भी जहां लोग पुरानी पद्धति अपना रहे हैं। वहीं बरातियों को उपहार स्वरूप पौधे देकर इनकी रक्षा का संकल्प ले रहे हैं। गुरूवार को नरैनी क्षेत्र में आयोजित हुए बेटी के विवाह समारोह के बाद उसके पिता ने बरातियों को न केवल पौधे भेंट किए, बल्कि उनकी देखभाल का भी संकल्प लिया। कुल मिलाकर बाराती ही नही बाबुल के यहां से बेटी लक्ष्मी ससुराल पौधे लेकर विदा हुई।

नरैनी के खरौंच गांव निवासी किसान अशोक पटेल ने अपनी बेटी लक्ष्मी का विवाह लवकुश निवासी किलवरिया जनपद पन्ना मध्य प्रदेश से किया। बुधवार की रात जहां विधि विधान के साथ समारोह आयोजित कराया गया। वहीं दोना और पत्तल में बारातियों को खाना खिलाया गया। गुरूवार को आयोजित कलेवा में भी दूल्हे को पौधा भेंट किया गया। साथ ही विदाई समारोह पर पिता अशोक ने सभी करीब एक सैकड़ा बारातियों को आम, अमरूद, आंवला, जामुन के पौधे उपहार स्वरूप दिए। इसके साथ ही करीब डेढ़ सैकड़ा पौधे बेटी की ससुराल के लिए भेजे। यह पौधे वन विभाग के द्वारा उपलब्ध करवाए गए थे। विभाग के डिप्टी रेंजर जे के जायसवाल और धर्मनारायण द्विवेदी ने सभी बारातियों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलवाई। सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सागर ने बताया कि 25 जून को खलारी गांव में भी किसान संतोष कुमार की बेटी का विवाह पूरी तरह ग्रामीण परिवेश में बैलगाड़ियों, प्रकृति के विभिन्न सजावट के साथ आयोजित किया जाएगा।

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