बांदा | हिन्दुस्तान संवाद
शहर कोतवाली क्षेत्र स्थित कनवारा बालू खदान में मंगलवार रात रायबरेली जिले के एक खलासी की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। आरोप लगाया कि घटनास्थल से साक्ष्य मिटा दिए गए और जान से मारने की धमकी भी दी गई। वहीं, पुलिस ने पहुंच शव का कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दूसरे ट्रक चालक की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है।
रायबरेली जिले के थाना गुरुबख्शगंज स्थित भीतरगांव मजरा बौरी सिंह का पुरवा निवासी सूर्य पाल सिंह (18) पुत्र रामऔतार ट्रक का खलासी था। वह मंगलवार को कनवारा बालू खदान से ट्रक में बालू लोड कराने के बाद जा रहा था। धर्मकांटा के पास वह ट्रक रोककर हवा का प्रेशर चेक कर रहा था। तभी पीछे से आ रहे बालू भरे दूसरे ट्रक ने उसे कुचल दिया। सूर्यपाल की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद खदान में हड़कंप मच गया। अफरातफरी के बीच ट्रक का चालक फरार हो गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन शव को कब्जे में ले लिया। हादसे की जानकारी पर रायबरेली से पहुंचे परिजनों में कोहराम मच गया। फुफेरे भाई रज्जन ने बताया कि सूर्यपाल चार भाइयों में छोटा था। उसके माता-पिता मजदूरी करते हैं। रज्जन ने आरोप लगाया कि बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस में खदान संचालक और उनके गुर्गो ने सूर्यपाल के माता-पिता समेत परिवार के अन्य लोगों को जान से मारने की धमकी दी। कोतवाली प्रभारी जय श्याम शुक्ला ने बताया कि ट्रक चालक नागेंद्र कुमार निवासी भीतरगांव जिला रायबरेली की तहरीर पर आरोपित ट्रक चालक राजकुमार के खिलाफ गैरइरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। फरार ट्रक चालक की तलाश की जा रही है। सूर्यपाल के फुफेरे भाई रज्जन ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। खदान संचालकों ने पुलिस से साठगांठ के बाद मौके पर पड़े खून और अन्य सबूतों को केन नदी में फेंकवा दिया। पुलिस ने शव को भी मौके से हटा दिया। घरवालों को देखने तक नहीं दिया। कनवारा खदान खंड-1 से दिन-रात ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं। छापामार टीम इन दिनों कई खदानों में छापा मार रही है। रज्जन ने बताया कि मंगलवार को भी टीम ओवर लोडिंग को लेकर भारी पुलिस बल के साथ छापा मारने गई थी। टीम को देख खदान में भगदड़ मच गई। रज्जन ने बताया की खदान संचालको ने बैरियर भी लगा रखा है। दुर्घटना होने के बाद उन्हें घुसने तक नहीं दिया गया।