कोरोना का कहर बीएड छात्रों पर भी पड़ा
बलरामपुर। संवाददाता कोरोना काल ने जहां आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है,
बलरामपुर। संवाददाता
कोरोना काल ने जहां आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, वहीं छात्रों की उच्च शिक्षा भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इसका असर बीएड छात्रों पर भी पड़ा है। दो वर्ष की बीएड डिग्री के दौरान विद्यार्थियों की तीन माह का इंटर्नशिप होता है। जिले में दो वर्षों से कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद रहे हैं, लेकिन नवंबर 2020 से मार्च 2021 तक महामारी का प्रकोप कम होने से कॉलेज संचालित हुए थे।
माहौल को देखते हुए जिले के बीएड पाठ्यक्रम चलाने वाले महाविद्यालयों के विभागाध्यक्ष ने जिला विद्यालय निरीक्षक की अनुमति लेकर दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 तक बीएड छात्रों का इंटर्नशिप करवा दिया। जिले में महारानी लाल कुंवारि स्नातकोत्तर डिग्री कॉलेज को 50 सीटों की बीएड शासकीय मान्यता मिली हुई है। वहीं पांच अन्य महाविद्यालयों को सेल्फ फाइनेंस स्ववित्तपोषित के रूप में मान्यता मिली है। इसमें हाजी इस्माइल डिग्री कॉलेज उतरौला को 50 सीट, शक्ति स्मारक डिग्री कॉलेज दुल्हनपुर को 100 सीट, फैसल डिग्री कॉलेज तुलसीपुर को 100 सीट, विमला विक्रम महाविद्यालय पचपेड़वा को 150 सीट, श्रीराम तीरथ चौधरी डिग्री कॉलेज इमिलिया को 100 सीट की मान्यता प्राप्त है। इन महाविद्यालयों ने महामारी को देखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक से अनुमति लेकर दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 के बीच में सभी बीएड छात्रों का इंटर्नशिप करा लिया है, जिले में कोई भी महाविद्यालय के बीएड का छात्र इंटर्नशिप से वंचित नहीं है।
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क्या कहते हैं सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के डीन
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के बीएड डीन एवं एमएलके डिग्री कॉलेज के शिक्षा संकाय एचओडी राघवेंद्र प्रताप सिंह की माने तो जिले में बीएड संचालित महाविद्यालय का कोई भी छात्र इंटर्नशिप से वंचित नहीं है। महामारी को देखते हुए नवंबर 2020 से मार्च 2021 तक विद्यालयों के संचालित होने पर सभी अध्ययनरत बीएड छात्रों का इंटर्नशिप करा दिया गया है। एमएलके डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों का इंटर्नशिप एमपीपी इंटर कॉलेज में कराया गया है। अन्य महाविद्यालयों का स्थानीय इंटर कॉलेजों सहित स्वयं के डिग्री कॉलेज में माइक्रो टीचिंग के रूप में कराया गया है।