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बलरामपुर: कोरोना संक्रमण जांच उपकरण खरीद में हुई मनमानी

कोरोना संक्रमण जांच उपकरण खरीद में जिले में जमकर मनमानी हुई है। शासन ने ग्राम पंचायत स्तर पर कोरोना जांच किट खरीदने के निर्देश दिए थे। डीपीआरओ के मुताबिक जिले की सभी 800 ग्राम पंचायतों में किट की...

बलरामपुर: कोरोना संक्रमण जांच उपकरण खरीद में हुई मनमानी
हिन्दुस्तान टीम,बलरामपुरThu, 17 Sep 2020 10:41 PM
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कोरोना संक्रमण जांच उपकरण खरीद में जिले में जमकर मनमानी हुई है। शासन ने ग्राम पंचायत स्तर पर कोरोना जांच किट खरीदने के निर्देश दिए थे। डीपीआरओ के मुताबिक जिले की सभी 800 ग्राम पंचायतों में किट की खरीदारी हुई, जबकि ब्लाक स्तरीय अधिकारियों के मुताबिक अधिकांश गांवों में किट नहीं खरीदी गई। जानकारों के मुताबिक यदि प्रकरण की जांच कराई जाए तो बड़ी धांधली सामने आ सकती है।

शासन की ओर से कोरोना वायरस की जांच के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर किट खरीदे जाने का निर्देश दिया गया था। जिसमें आक्सीमीटर, थर्मल स्कैनर, इंफ्रारेड थर्मामीटर आदि की खरीदारी होनी थी। कोरोना किट खरीदने की जिम्मेदारी ग्राम विकास अधिकारी व प्रधान को मिली है। कोरोना उपकरण किट ग्राम विकास निधि के खाते से खरीदा जाना था। डीपीआरओ के मुताबिक 5 से 10 जुलाई के बीच जिले की सभी 800 ग्राम पंचायतों में कोरोना जांच उपकरण की खरीदारी की गई है। जिसमें अधिकांश ग्राम पंचायतों में किट की धनराशि का भुगतान भी हो चुका है। कुछ ग्राम पंचायत अवशेष हैं जहां भुगतान नहीं किया गया है। ब्लाक स्तरीय अधिकारियों एवं ग्राम प्रधानों के मुताबिक तमाम गांवों में किट की खरीद नहीं हुई है। जानकारों के मुताबिक ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलकर मनमाने तरीके से किट की खरीददारी कर ली। कुछ जिलों में अनियमितता मिलने पर शासन ने कोरोना जांच उपकरण खरीद में टीम गठित कर जांच शुरू करा दी। प्रकरण की जांच शुरू होने पर ग्राम प्रधान व सचिव ने अपने बचाव के लिए यह कहना शुरू कर दिया कि उन्होंने किट की खरीददारी नहीं की है। अधिकांश प्रधानों ने बताया कि उन्होंने जन सहयोग से किट की खरीददारी की थी।

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पंचायतों में बजट के गोलमाल की आशंका

महराजगंज तराई संवादसूत्र के अनुसार ग्राम पंचायतों में कोरोना जांच उपकरण की खरीद में गोलमाल किए जाने की आशंका है। शासन ने प्रत्येक ग्राम पंचायत को 2800 रुपए में कोरोना किट खरीदने का निर्देश दिया था। जबकि तुलसीपुर ब्लाक के 15 ग्राम पंचायतों में 4790 रुपए प्रति किट के हिसाब से भुगतान किया गया है। ग्राम पंचायत बदलपुर, रमवापुर, भुजेहरा, बनकटवा कला, परसिया, भंगहाकला, कनहरा, सुगानगर व बरदहवा में 28 अगस्त से 7 सितम्बर में कोरोना जांच उपकरण का भुगतान डीपीआरओ के रोक लगाने के बावजूद किया गया है।

एडीओ पंचायत केके श्रीवास्तव ने बताया कि क्षेत्र के करीब 20 ग्राम पंचायतों में किट की खरीददारी की गई है। भुगतान पर रोक लगाकर जांच कराई जा रही है। हर्रैया सतघरवा संवादसूत्र के अनुसार क्षेत्र के अहलादनगर, बसंतपुर, बल्देवनगर, बेलभरिया सहित 14 ग्राम पंचायतों में कोरोना जांच उपकरण किट खरीदा गया है। शेष ग्राम पंचायतों ने किट की खरीददारी नहीं की है। ग्राम ठठरहिया की आशा रेनू शाह ने बताया कि उन्हें शिवपुरा ब्लाक से किट प्राप्त हुआ था। जिसे एक सप्ताह बाद दोबारा जमा करा लिया गया। वहीं दूसरी ओर उदईपुर खैरहनिया व धौरीकला के ग्राम प्रधान ने बताया कि किट खरीदने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

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गैड़ास बुजर्ग ब्लाक में नहीं हुई खरीदारी

महुआ बाजार संवादसूत्र के अनुसार गैड़ास बुजुर्ग ब्लाक के किसी भी ग्राम पंचायत में कोरोना किट की खरीदारी नहीं की गई है। सभी 42 ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने बताया कि किट खरीदारी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। गौरा चौराहा क्षेत्र के गैसड़ी ब्लाक अंतर्गत 65 ग्राम पंचायतों के प्रधानों ने किट खरीदारी के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की। वहीं पचपेड़वा के सहायक विकास अधिकारी राधेश्याम ने बताया कि ब्लाक क्षेत्र के 101 ग्राम पंचायतों में से किसी में किट की खरीदारी नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि महंगे दर पर मिलने व रेट निर्धारित न होने के कारण कोरोना उपकरण खरीद में हाथ खड़े कर दिए थे। इसी बीच भुगतान प्रक्रिया बाधित हो गई। उतरौला संवादसूत्र के अनुसार ब्लाक के सचिव महेन्द्र कुमार, उमाशंकर पाल ने किट खरीददारी के बारे में जानकारी न होने की बात कही। बीडीओ दिव्या त्रिपाठी ने बताया कि किट का वितरण स्वास्थ्य विभाग की आशा के माध्यम से कराया जा रहा है। ग्राम पंचायत सचिव से उसका सत्यापन कराया जा रहा है।

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