सर्वसिद्धि की देवी मां कालरात्रि का पूजन
बलिया। वासंतिक नवरात्र के सातवें दिन सोमवार को मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप का लोगों ने दर्शन-पूजन किया।भक्तों ने मानव कल्याण की कामना...
बलिया। वासंतिक नवरात्र के सातवें दिन सोमवार को मां दुर्गा के कालरात्रि स्वरूप का पूजन-अर्चन विधि-विधान से किया गया। घर-घर में दुर्गा सप्तशती के पाठ व घंट-घड़ियाल की ध्वनि से वातावरण भक्तिमय हो उठा। मां के इस स्वरूप के पूजन भक्त अकाल मृत्यु से बचते हैं। शहर के जापलिनगंज दुर्गा मंदिर से लगायत ब्रह्माईन ब्रह्माणी देवी मंदिर सहित अन्य मंदिरों पर कोरोना मानक का पालन करते हुए पूजन-अर्चन किया गया।
मां कालरात्रि का सवारी गदर्भ (गदहा) है। मां का स्वरूप अंधकार की भांति काला है तथा बाल बिखरे हैं। मां के इस स्वरूप में तीन नेत्र हैं और चार भुजाधारिणी हैं। मां कालरात्रि को सभी सिद्धियों की देवी कहा जाता है, इसीलिये सभी तंत्र मंत्र के उपासक इस दिन इनकी विशेष रूप से पूजा करते हैं। इनके नाम के उच्चारण मात्र से ही भूत, प्रेत, राक्षस, दानव और सभी पैशाचिक शक्तियां भाग जाती है। मां इसी स्वरूप में महान दानव शुम्भ निशुम्भ और रक्तबीज तीनों राक्षसों का संहार कर तीनों लोकों को उनके आतंक से मुक्ति दिलायी थीं।