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दो दिनों से कई मुहल्लों में जलापूर्ति ठप, हाहाकार

गर्मी का सीजन शुरु होते ही पानी की किल्लत शुरु हो गयी है। शहर के एक तिहाई हिस्से में पिछले दो दिनों से पानी की सप्लाई ठप है। पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। घरों में...

दो दिनों से कई मुहल्लों में जलापूर्ति ठप, हाहाकार
हिन्दुस्तान टीम,बलियाMon, 26 Feb 2018 12:17 AM
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गर्मी का सीजन शुरु होते ही पानी की किल्लत शुरु हो गयी है। शहर के एक तिहाई हिस्से में पिछले दो दिनों से पानी की सप्लाई ठप है। पानी की आपूर्ति नहीं होने से लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। घरों में हैंडपम्पों से पानी ढोया जा रहा है।

शहर में जमीन के अंदर बिजली का तार डालने का काम हो रहा है। इसके लिये कई जगहों पर खुदाई की जा रही है। बताया जाता है कि शुक्रवार को शहर के मिड्ढ़ी तथा एनसीसी तिराहा रोड पर दो जगहों पर खुदाई के दौरान पानी सप्लाई का पाइप फट गया। इसके बाद नपा के नलकूपों व टंकियों से पानी सप्लाई बंद हो गया। लोगों को उम्मीद थी कि अगले दिन यानि शनिवार को फूटे पाइप का मरम्मत हो जायेगा, लेकिन नगर पालिका की ओर से इसको गंभीरता से नहीं लिया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि सिविल लाइन एरिया के साथ ही हरपुर व मिड्ढ़ी आदि जगहों पर पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी। लोगों ने रविवार की सुबह तक पानी आने का इंतजार किया, लेकिन सप्लाई नहीं शुरु हुई तो वह बाल्टी व अन्य बर्तन लेकर हैंडपम्पों पर पहुंच गये। काम चलाने के लिये वह बाल्टी में पानी लेकर घर पहुंचे। सबसे अधिक परेशानी मकानों के उपरी तल पर रहने लोगों को हुई, जिन्हें पानी की बाल्टी लेकर सीढ़ी से चढ़ना पड़ा। परेशान कुछ लोगों ने कलक्ट्रेट परिसर में स्थित ओवरहेड टैंक के पास पहुंचकर पानी सप्लाई नहीं होने पर नाराजगी जतायी। विभागीय लोगों ने क्षतिग्रस्त पाइप के मरम्मत के बाद आपूर्ति करने का भरोसा दिया।

इनसेट

सांठ-गांठ से बगैर कोरम के हो रही खुदाई

शहर की सड़कों व पटरियों को खोदकर केबिल डाला जा रहा है। इसके लिये बिजली विभाग की ओर से नगरपालिका प्रशासन से किसी प्रकार अनुमति नहीं ली गयी है। सूत्रों की मानें तो बिजली विभाग के ठेकेदार व नगरपालिका के कुछ अधिकारियों से सांठ-गांठ से ही इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। जानकारों की मानें तो नियम व शर्तो के अनुसार कागजी कोरम पूरा होना चाहिये। नियमानुसार खुदाई से क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों तथा फटने वाले पाइपों की क्षतिपूर्ति बिजली विभाग के जिम्मे होनी चाहिए लेकिन बगैर लिखा-पढ़ी ही इस काम से नपा को लाखों का चूना लगने का अनुमान है। दो जगहों पर पाइप फटने के पीछे भी नगर पालिका के कर्मचारी जिम्मेदार अधिकारियों को दोष दे रहे हैं।

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