शिक्षक भर्ती व पशुपालन घोटाला की कराएं न्यायिक जांच
69 हजार शिक्षकों की भर्ती और अब पशुपालन विभाग में हुए कथित घोटाले की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन...
69 हजार शिक्षकों की भर्ती और अब पशुपालन विभाग में हुए कथित घोटाले की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम के प्रतिनिधि को दिया।
जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश पांडे ने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती के बाद अब पशुपालन विभाग में व्यापक स्तर पर घोटाला सामने आया है। भ्रष्टाचार में भाजपा के कई नेताओं का नाम सामने आया है। सरकार कार्रवाई की बजाय भाजपा नेताओं व अधिकारियों को बचाने में जुटी है। इसी प्रकार प्रदेश की तमाम भर्तियों को भ्रष्टाचार के चलते ही सरकार ने लटका रखा है।
ज्ञापन के माध्यम से घोटालों में लिप्त विभाग के मंत्रियों को तत्काल बर्खास्त करने, मंत्रियों के प्रतिनिधियों को तत्काल गिरफ्तार करने, पूरे प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराने, 69 हजार शिक्षक भर्ती की चयन प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ हुई नाइंसाफी का संज्ञान लेने, पीडीएस, जूता-मोजा, डीएचएलएफ आदि घोटालों की न्यायिक जांच करने की मांग की।
इस दौरान लालू सिंह, फूलबदन तिवारी, हृदयानंद पांडे, विपिन पांडे, सुनील सिंह, पारस वर्मा, बृजेश सिंह गाट, अनुभव कुमार गोलू, धनंजय यादव, बैजनाथ राम, प्रदीप तिवारी, विशाल चौरसिया, महेश सिंह, अनिल सिंह, अभिषेक पांडे, अखिलेश वर्मा, दिनेश राजभर, दुर्गेश सिंह, विनोद सिंह, अरुण श्रीवास्तव, रोशन तिवारी, औसाफ चांद, अखिलेश कनौजिया, कोकिल राम, अंजनी चौबे, विवेक ओझा, बंटी मिश्र आदि थे।