राशन की कालाबाजारी पर 'इपोस' लगाएगी ब्रेक
तहसील क्षेत्र में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने व राशन की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिये सरकार इपोस मशीन (इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल वितरण) का उपयोग करेगी। शनिवार को तहसील के...
तहसील क्षेत्र में सार्वजनिक वितरण व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने व राशन की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने के लिये सरकार इपोस मशीन (इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ सेल वितरण) का उपयोग करेगी। शनिवार को तहसील के सभागार में सस्ते गल्ले के दुकानदारों को मशीन को संचालित करने की ट्रेनिंग दी गयी। अगले महीने से इसका उपयोग शुरू हो जायेगा।
पूर्ति निरीक्षक बैरिया संजीव कुमार, सहायक इंजीनियर नदीम अहमद, सिस्टम इंट्रीग्रेटर राकेश कुमार ने प्रोजेक्टर पर कोटेदारों को मशीन को ऑपरेट करने की जानकारी दी। बताया कि मशीन में कार्डधारक का नम्बरों डालते ही उसके परिवार के सदस्यों का पूरा ब्योरा आ जायेगा। जब कार्डधारक मशीन पर अंगूठा लगायेगा तब मशीन से दो पर्ची निकलेगी। एक पर्ची में यह लिखा होगा की आपको कितना राशन मिल रहा है तथा दूसरी पर्ची में ये लिखा होगा कि आपको उसके बदले कितने पैसे देने हैं। इस प्रकार अब कोई भी दुकानदार किसी कार्डधारक से न तो अधिक पैसा ले सकता है और न ही राशन कम दे सकता है।
सहायक इंजीनियर नदीम ने बताया कि किसी कार्डधारक के परिवार का मुखिया घर पर नहीं है तो घर का कोई सदस्य, जिसका नाम राशन कार्ड में है, राशन उठा सकता है। यदि कोई कार्डधारक वृद्ध, असहाय या विकलांग है तो कोटेदार मशीन लेकर कार्डधारक के घर जायेगा। बताया कि मशीन में जीपीएस लगा है। लिहाजा मशीन इधर-उधर ले जाने पर लोकेशन साफ पता चल जाएगा। इस मौके रामजी तिवारी, उमेश यादव, पवन सिंह, दुर्गेश्वर तिवारी, विश्वनाथ प्रसाद, संजय वर्मा आदि थे।