रागिनी के परिवार को तत्काल मदद दे सरकार : नारद
पूर्व मंत्री नारद राय के नेतृत्व में बसपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को बजहां गांव में रागिनी के घर पहुंचा। परिजनों से मिलकर सांत्वना देने के साथ ही नारद राय ने परिवार को भरोसा दिया कि दुख की...
पूर्व मंत्री नारद राय के नेतृत्व में बसपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को बजहां गांव में रागिनी के घर पहुंचा। परिजनों से मिलकर सांत्वना देने के साथ ही नारद राय ने परिवार को भरोसा दिया कि दुख की घड़ी में वे पूरी तरह साथ हैं तथा उनकी हरसंभव मदद करेंगे।
परिजनों से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में पूर्व मंत्री ने रागिनी के परिवार को तत्काल सरकारी ठोस मदद उपलब्ध कराने की मांग की। शनिवार को जिले के प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा के यहां आने के बाद भी किसी प्रकार की सहायता उपलब्ध नहीं कराने पर भी राय ने आपत्ति जतायी। कहा कि यह सरकार की संवेदनहीनता का प्रमाण है। राय ने कहा कि बलिया की बेटी के साथ दिल्ली में हुई घटना के बाद पूरा देश उस परिवार के साथ खड़ा था। तत्कालीन प्रदेश सरकार के मुखिया ने सिर्फ बेटी के घर आये, बल्कि पीड़ित परिवार की हर मांग को पूरा किया गया। इसी प्रकार नरहीं में भाजपा कार्यकर्ता की मौत के बाद हमने खुद बतौर मंत्री उस परिवार की आर्थिक मदद की तथा परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने का भी काम किया। रागिनी के परिवार को जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई तो नहीं की जा सकती लेकिन जख्मों पर मरहम लगाने की जिम्मेदारी सरकार की है। सवाल किया कि क्या पीड़ित परिवार को ठोस मदद करने की बजाय पुलिस को शाबासी देने के लिए ही मंत्री जी यहां आये थे?
पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे स्वयं रागिनी के परिवार से मिलने आयें, पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद तथा एक सदस्य को नौकरी दिलाकर परिवार के साथ न्याय करें। प्रतिनिधिमंडल में डा. मदन राम, डा. इंदल राम, रणजीत भारती, राजकुमार पांडे, ब्लाक प्रमुख गुड्डू राय, सतीश चौधरी नागा, जमाल आलम, श्रीकांत उपाध्याय, शिवानंद ओझा एडवोकेट, नरेन्द्र पांडे, फैयाज अहमद, महफूज आलम, सुरेन्द्र निषाद एडवोकेट, भीम चौधरी, श्यामबिहारी पांडे आदि थे।