Urea Shortage in Mahsi Farmers Forced to Buy at Black Market Prices बहराइच-ई रिक्शा से संदिग्ध तरीके से जा रही यूरिया, किसान एक-एक बोरी को तरस रहे, Bahraich Hindi News - Hindustan
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बहराइच-ई रिक्शा से संदिग्ध तरीके से जा रही यूरिया, किसान एक-एक बोरी को तरस रहे

Bahraich News - महसी में यूरिया खाद की किल्लत ने किसानों को परेशान कर रखा है। प्रशासन ने पर्याप्त यूरिया होने का दावा किया है, लेकिन किसान सुबह से लाइन में लगकर भी केवल एक-दो बोरी ही प्राप्त कर पा रहे हैं। रात में ई...

Newswrap हिन्दुस्तान, बहराइचWed, 10 Sep 2025 05:57 PM
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बहराइच-ई रिक्शा से संदिग्ध तरीके से जा रही यूरिया, किसान एक-एक बोरी को तरस रहे

महसी , संवाददाता। यूरिया खाद की किल्लत किसी से छिपी नहीं है। प्रशासनिक अधिकारी पर्याप्त यूरिया होने का दावा करते हैं। मगर वहीं किसान ब्लैक में यूरिया खरीदने को मजबूर है। क्षेत्र की समितियों पर जब यूरिया वितरित की जाती है तो यूरिया लेने के लिए सुबह से दिनभर लाइन लगाकर किसान एक दो बोरी यूरिया ले पाता है। वहीं महसी इलाके में आखिर रात में ई रिक्शे से यूरिया लादकर कहीं भेजा जा रही है। इसे लेकर किसानों में रोष है। हरदी थाने के सिकंदर पुर गैस एजेंसी के पास बंधे के किनारे दो ई रिक्शा पर सोमवार की रात आठ बजे 30 बोरी यूरिया भगवान पुर की तरफ से सिकंदर पुर गांव की तरफ लदी जा रही थी।

ई रिक्शा चालक से जब पूंछा गया कि यह यूरिया किसकी है और कहां ले जा रहे हो। तब वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। उसने कहा यह महसी टेपरा जा रही है। यूरिया की किल्लत के इस दौर में इतनी यूरिया किसी किसान अथवा दुकानदार को कोई दुकानदार ने दी या फिर किसी समिति की यूरिया रात में कालाबाजारी के लिए जा रही थी यह सवाल जिम्मेदारों की कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। सिपहिया प्यूली निवासी अधिवक्ता उद्धव कुमार बाजपेई ने बताया कि इलाके में तहसील के आसपास सहित महेश पुरवा, चांदपारा, से किसान 500 रुपए से 600 रुपए के बीच यूरिया खरीद रहे हैं। इफको के केन्द्र पर कई दिनों से यूरिया नहीं है। वहीं आसपास की समितियों पर भी नहीं मिल रही है। इसके अलावा भगवान पुर, महसी, सिकंदर पुर, राजीचौराहा सहित तमाम प्राइवेट दुकानों पर यूरिया अधिक दामों पर बेची जा रही है। इनसेट दो बोरी तक दी जा रही थी यूरिया तहसील मुख्यालय पर स्थित इफको बाजार के विक्रय अधिकारी पियूष गिरी ने बताया कि हमारे यहां यूरिया बैग की रैक कई दिनों से नहीं आई है। यहां जब यूरिया दी गई है तो किसी किसान को दो बोरी से अधिक यूरिया नहीं दी गई है। यह निर्देश प्रशानिक अधिकारियों व इफको के अधिकारियों द्वारा दिए गए थे जिससे आने वाले हर किसान को यूरिया मिल सके। एसडीएम को मिली सूचना रात में ई रिक्शा पर लदी यूरिया कहीं जाने की सूचना एसडीएम महसी आलोक प्रसाद को दी गई। उन्होंने कहा कि फोटो भेजिए दिखवाते हैं। एसडीएम को यूरिया लदे ई रिक्शा का फोटो भी भेजा गया। पुलिस को भी इसकी जानकारी हुई लेकिन इसके बावजूद 30 बोरी यूरिया कहां से आई और कहां गई।

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