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नवाबगंज इलाके के पंचायतों में पेयजल को तरस रहे लोग

रुपईडीहा, संवाददाता। नेपाल सीमा से सटे ब्लॉक नवाबगंज की अधिकतर ग्राम पंचायतों में...

नवाबगंज इलाके के पंचायतों में पेयजल को तरस रहे लोग
हिन्दुस्तान टीम,बहराइचSun, 22 May 2022 11:40 PM
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रुपईडीहा, संवाददाता।

नेपाल सीमा से सटे ब्लॉक नवाबगंज की अधिकतर ग्राम पंचायतों में इंडिया मार्का हैंडपंप या तो गायब हो चुके हैं, या ठूठों की तरह खड़े हैं। पीने का पानी न मिलने से लोग बेहाल हैं। विकास खंड नवाबगंज की शुद्ध पेयजल योजना का डाटा बताता है कि गांव पंचायत के गांव, उप ग्रामों व मोहल्लों में लगे इंडिया मार्का सार्वजनिक हैंडपंप का रिबोर 31 हजार से 34 हजार रुपये तक का भुगतान किया गया है।

ब्लॉक कार्यालय के सूत्रों के अनुसार कहीं- कहीं वर्ष में दो बार नल रिबोर किए गए हैं। जबकि घरेलू नया हैंडपंप मात्र चार से पांच हजार रुपये की लागत से लग जाता है, और यह वर्षों तक चलता है। गांव में दर्जनों इंडिया मार्का नल खराब पड़े हैं। यदि ब्लॉक के डाटा से भौतिक सत्यापन के लिए उच्च स्तरीय जांच कराई जाए तो भारी घोटाला उजागर होगा। पेयजल के संकट पर ग्रामवासियों की व्यथा बताते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य व नानपारा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी डॉ. एएम सिद्दीकी ने कहा कि ब्लॉक के अधिकांश हैंडपंप खराब हैं। ग्रामवासियों को ही नहीं राहगीरों तक को एक- एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। कागजों पर रिबोर दिखाकर ब्लॉक कर्मी कर्तव्यों की इतिश्री कर रहे हैं, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत कलवारी के दुर्गापुर प्राथमिक विद्यालय के सामने लगा हैंडपंप वर्षों से खराब पड़ा है। जमदान गांव सभा में वर्षों से खराब पड़े हैंडपंप के पास खाद का गड्ढा बन गया है। कटरा गांव निवासी सुरेश मिश्र के खेत के पास, बांकेलाल कश्यप व महंगू के घरों के पास लगे हैंडपंप अपनी कहानी खुद कह रहे हैं। गांवों के जन प्रतिनिधियों ने प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारियों से कई बार अपनी परेशानी बताई किन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई।

बसों के अभाव में फंसे हैं नेपाली यात्री

रुपईडीहा। पड़ोसी मित्र राष्ट्र नेपाल में स्थानीय निकायों के चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं। मतदान करने के लिए भारत के विभिन्न शहरों से नेपाल आए नेपाली नागरिक अब काम पर वापस जा रहे हैं। परंतु रुपईडीहा रोडवेज बस स्टैंड पर बसों का टोटा पड़ा है। सैकड़ों यात्री फंसे पड़े हैं। नेपाली दुर्गम जिलों रुकुम, रोल्पा, हुम्ला व जुम्ला आदि से आए नेपाली अब यहीं पड़े रहने को मजबूर हैं। रुपईडीहा रोडवेज बस स्टैंड के इंचार्ज मुस्तफ़ा ने बताया कि दरगाह मेले का आज पहला रविवार है। इसीलिए बसों का अभाव हो गया है। सोमवार से बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

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