जगतापुर में भू माफिया गब्बर की भूमि कुर्क के बोर्ड गायब
बहराइच, संवाददाता। यूपी के टाप 50 में चिन्हित भू माफिया देवेन्द्र सिंह उर्फ गब्बर...

बहराइच, संवाददाता। यूपी के टाप 50 में चिन्हित भू माफिया देवेन्द्र सिंह उर्फ गब्बर सिंह की प्रशासन की ओर से जगतापुर धोखाधड़ी व गैंगस्टर मामले में दो प्लाट की कुर्की हुई थी। वहां लगाए गए कुर्की के तीनों बोर्ड क्षतिग्रस्त हालत में मूल भूमि से लगभग दो सौ मीटर दूर खेत में पड़े हैं।
पयागपुर थाने के पिपरी माफी के मोहनपुर निवासी देवेन्द्र प्रताप सिंह गब्बर पर 1992 से अब तक एक दर्जन से अधिक आपराधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। शासन ने यूपी टाप 50 में चिन्हित कर आपराधिक क्रिया कलापों से अर्जित की गई सम्पत्ति को कुर्की व ध्वस्तीकरण के निर्देश दिए थे। जून में शहर के बंधन गेस्ट हाउस व छोटी बाजार स्थित शापिंग काम्प्लेक्स कुर्क किया गया था। इसके कुछ समय बाद देहात कोतवाली के जगतापुर स्थित प्लाट की कुर्की की गई थी। तीनों स्थानों पर कुर्की के बोर्ड प्रशासन की ओर से लगाए गए थे। जगतापुर गांव स्थित कुर्की के बोर्ड तोड़कर क्षतिग्रस्त कर फेंके जा चुके है। इन केस से जुड़े पीड़ितों का कहना है कि यह अफवाह फैलाई जा रही है, कि इन केसों में फाइनल रिपोर्ट लग चुकी है।
भू माफियाओं पर धीमी कार्यवाई से डीआईजी खफ़ा
बहराइच। भू माफिया देवेन्द्र सिंह उर्फ गब्बर के विरुद्ध दर्ज केसों में आपराधिक क्रिया कलापों से अर्जित अथाह सम्पत्ति कुर्की में देरी पर देवीपाटन मंडल डीआईजी उपेन्द्र कुमार अग्रवाल खफा हैं। उन्होंने इन प्रकरणों में विवेचनाओं में लापरवाही पर नाराजगी जताई है। जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। डीआईजी देहात कोतवाली के रायपुर राजा पुलिस चौकी प्रभारी उमेश सिंह को पूर्व में भू माफिया गब्बर पर दर्ज केस की विवेचना में पीड़ित की जानकारी के बिना केस में फाइनल लगाने पर निलम्बित कर चुके हैं। शुक्रवार को गोंडा में पुलिस अधीक्षकों की मासिक अपराध समीक्षा बैठक में भू माफिया गब्बर सिंह पर दर्ज केसों में विवेचना में हो रही लापरवाही पर नाराजगी जताई है।
