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बहराइच-बारिश ने भिगोया कुछ केन्द्रों का गेहूं, विभागीय प्रबंधन से बचा लाखों कुंतल गेहूं

बहराइच। संवाददाता मानसून आने में अभी कुछ दिन शेष हैं। बावजूद इसके रुक-रुक

बहराइच-बारिश ने भिगोया कुछ केन्द्रों का गेहूं, विभागीय प्रबंधन से बचा लाखों कुंतल गेहूं
हिन्दुस्तान टीम,बहराइचFri, 11 Jun 2021 11:50 PM
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बहराइच। संवाददाता

मानसून आने में अभी कुछ दिन शेष हैं। बावजूद इसके रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बेमौसम हुई बारिश ने कुछ किसानों के गेहूं को भी सराबोर कर दिया है। वहीं क्रय केन्द्र पर लगा गेहूं भी भीग गया है। क्रय केन्द्रों के बंद होने का समय नजदीक आने पर भी केन्द्रों पर किसानों की भीड़ भी देखने को मिल रही है। जबकि खरीद सुस्त है। ऐसे में आसमान में घुमड़ रहे मेघों ने यदि बारिश की तो कई किसानों का गेहूं और भीगने की संभावना है। प्रस्तुत है हिन्दुस्तान पड़ताल की रिपोर्ट:-

किसानों की उपज का सही मूल्य दिलाने के लिए सरकार की ओर से एमएसपी पर खरीद की जा रही है। साथ ही क्रय केन्द्रों पर तौल कराने आए किसानों को कई प्रकार की सहुलियतें भी दी जा रही हैं। जिसमें गेहूं को बारिश से सुरक्षित रखना भी शामिल है। बारिश से किसानों की फसल सुरक्षित रखने के लिए इस बार टोकन की व्यवस्था की गई थी, ताकि क्रय केन्द्र पर जिन किसानों की तौल एक दिन में हो सकती हो वहीं पहुंचे। क्रय केन्द्रों पर बेवजह भीड़ न लगे और किसानों की फसल सुरक्षित रहे, लेकिन दो दिन रुक-रुक कर हुई बारिश ने कुछ केन्द्रों पर गेहूं को भिगो दिया है। हालांकि अधिकांश केन्द्रों पर गेहूं सुरिक्षत गोदामों में रखा हुआ है। वहीं कई क्रय केन्द्रों पर गेहूं डंप होने के चलते खरीद बाधित होने की भी जानकारी मिली है। कई केन्द्र प्रभारियों ने गेहूं डंप होने की वजह गोदाम में गेहूं न उतर पाने को बताया।

शहर स्थित गल्ला मंडी सलारगंज में अपरान्ह 2 बजे पड़ताल की गई। यहां सारी व्यवस्थाएं चाकचौबंद मिली। किसानों की ओर से खरीदा गया गेहूं टिन शेडों में सुरक्षित मिला। खाद्य विभाग के विपणन प्रभारी देवेन द्विवेदी ने बताया कि मंडी में करीब 30 हजार कुंतल गेहूं टीन सेडों के नीचे सुरक्षित रखा हुआ है। उन्होंने बताया कि अभी करीब 1000 हजार कुंतल और गेहूं को सुरक्षित रखने की जगह शेष है। यहां बारिश से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है।

बारिश ने खोली अव्यवस्था की पोल, भीगा किसानों का गेहूं

फखरपुर। गुरुवार-शुक्रवार के बीच हुई रुक-रुक कर बारिश ने क्रय केन्द्र पर बरती जा रही अव्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। केन्द्र पर गेहूं रखने का समुचित प्रबंध न होने के चलते सैकड़ों कुंतल गेहूं भीग गया। यही नहीं तौल को रखा किसानों का गेहूं भी भीग गया। शुक्रवार को अपरान्ह 2 बजे फखरपुर ब्लॉक के गेहूं क्रय केन्द्र टेंडवामहंत की पड़ताल की, तो यहां बोरियों में रखा गेहूं भीगा हुआ मिला। गेहूं रखने की समुचित व्यवस्था नहीं दिखी। वहीं कुछ बोरियों को तिरपाल से ढके देखा गया। अगर मूसलाधार बारिश हुई तो इनका भी बच पाना मुश्किल होगा। क्रय केन्द्र पर कई किसानों का गेहूं भी भीग गया। किसानों ने तौल के लिए गेहूं बाहर लगा रखा था। वहीं तौल के लिए किसानों का दर्द भी छलका। किसान सुनील, सियाराम ने बताया काफी दिनों से दौड लगा रहे हैं। गेहूं तौला नहीं गया है। किसान राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि तौल के इंतजार मे खडे हैं लेकिन केंद्र पर कोई नहीं है। यहां देखभाल कर रहे रामू ने बताया सचिव व केंद्र प्रभारी नहीं हैं। गेहूं तौल कुछ देर पहले से बंद हुई है।

ग्रामीण बोले: ट्रक से भेजवाया भीगा गेहूं, प्रभारी ने मना किया

बहराइच। बेमौसम हो रही बारिश को लेकर शाम 5 बजे गेहूं क्रय केन्द्र जरही की पड़ताल की गई, तो यहां गेहूं को ट्रकों में लदते पाया गया। मिहींपुरवा इलाके के जरही केन्द्र पर गेहूं भंडारण की क्षमता कम दिखी। मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि जगह कम होने के चलते कई कुंतल गेहूं क्रय केन्द्र के बाहर लगा हुआ था। जो बारिश में भीग गया है, लेकिन केन्द्र प्रभारी ने गेहूं को ट्रक पर लोड करवाकर भेज दिया है। केन्द्र पर क्रय व्यवस्था देख रहे दानिश तबियत खराब होने के चलते अवकाश पर मिले। उनकी जगह कार्यभार देख रहे अनिल वर्मा ने गेहूं भीगने से मना किया। क्षेत्रीय विपणन अधिकारी मिहींपुरवा आरडी प्रसाद ने बताया कि भीगा हुआ गेहूं नहीं खरीदा जाता है। सभी केन्द्र प्रभारियों को गेहूं के सुरक्षा, किसानों के गेहूं को भीगने बचाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी केन्द्र प्रभारियों को पहले ही तिरपाल खरीदने की बात कही गई है।

मंडी यार्ड में सुरक्षि मिला गेहूं

पयागपुर। अपरान्ह 2 बजे पयागपुर मंडी क्रय केन्द्र की पड़ताल की गई। यहां किसानों से खरीदा गया गेहूं के शेड में सुरक्षित मिला। वहीं अन्य जगहों से भी गेहूं भीगने की जानकारी नहीं मिली है। मंडी समिति परिसर के अंतर्गत संचालित गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी विवेक मिश्रा ने बताया कि यार्ड में गेहूं की खरीद हो रही है। जिससे गेहूं सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि बारिश के कारण थोड़ी देर खरीद प्रभावित हुई, लेकिन बारिश निकलने के बाद खरीद चालू कर दी गई। इसी प्रकार सहकारी क्रय-विक्रय समिति में संचालित गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी शिव जी मिश्रा ने बताया कि यहां भी जो भी गेहूं खरीदा गया है, वह सुरक्षित रखा हुआ है।

गेहूं उतारने को 14 से लाइन में खड़ा है ट्रक, गोदाम फुल

विशेश्वरगंज। अपरान्ह 1 बजे साधन सहकारी समिति पुरैना की पड़ताल की गई। यहां 4 ट्रालियों में किसान गेहूं विक्रय के लिए खड़े दिखाई दिए। किसानों ने अपनी उपज को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल से ढक रखा था। गोदाम प्रभारी स्वामीनाथ ने बताया कि 3500 कुंतल गेहूं की खरीदारी की जा चुकी है। जिससे गोदाम भरा है। मात्र 250 बोरे ही शेष बचे हैं। उन्होंने बताया कि 14 दिन पूर्व गेहूं लादकर कई गाड़ी गई थी, लेकिन अभी भी कैसरगंज में खड़ी है। जिसका भाड़ा स्वयं चुकाना पड़ता है अभी अनलोड नहीं हुआ है। गोदाम भर गया है। गेहूं रखने के लिए जगह नहीं बचा है। बोरे की कमी के कारण तौल प्रभावित हो सकती है। खाद एवं रसद विभाग के गोदाम प्रभारी एसके श्रीवास्तव ने बताया कि 103 किसानों से 4450 कुन्तल गेहूं की खरीद की गई है। पड़ताल में सारा अनाज गोदाम में सुरक्षित मिला।

कोट-

कहीं भी गेहूं नहीं भीगा है। केन्द्रों पर समुचित प्रबंध किए गए हैं। चार गोदामों बसंतापुर, कैसरगंज, मिहींपुरवा व रिसिया पर ट्रकों को अनलोड करने का कार्य तेजी से चल रहा है।

संजीव सिंह, जिला खाद्य विपणन अधिकारी

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