बहराइच: गांवों में धूमधाम से मनाया गया नागपंचमी का पर्व
ग्रामीण क्षेत्रों में नागपंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। चरदा, जमोग, बरवलिया, बाबकुट्टी, शंकरपुर, गड़रहवा, पल्टनपुरवा, पण्डितपुरवा, बरगदहा, चिलबिला, शिवदास गांव सहित कई गांव में नाग पूजन किया...
ग्रामीण क्षेत्रों में नागपंचमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। चरदा, जमोग, बरवलिया, बाबकुट्टी, शंकरपुर, गड़रहवा, पल्टनपुरवा, पण्डितपुरवा, बरगदहा, चिलबिला, शिवदास गांव सहित कई गांव में नाग पूजन किया गया।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने दो दिन का लॉकडाउन लगाया है। ऐसे में नागपंचमी का पूजन घर पर मुहूर्त के अनुसार पूजा किया गया। पंडित अशोक पाठक ने बताया कि इस बार नागपंचमी का पर्व उत्तरा फाल्गुनी और हस्त नक्षत्र के प्रथम चरण के दुर्लभ योग में पड़ा है। सावन महीने की शुक्ल पंचमी तिथि शनिवार को शिव योग भी है। जिसमें शिव के साथ नागों का पूजन उत्तम और कल्याणकारी है। मान्यता है कि नागपंचमी के दिन नाग-नागिन की पूजा करने से विषैले जीव-जंतुओं के काटने का भी डर नहीं रहता है। आज जो दुर्लभ योग बन रहा है उसमें कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए पूजा का विधान शास्त्रों में बताया गया है। इसके अलावा नागपंचमी को मंगल, वृश्चिक लग्न में रहेंगे। लोगों ने घर के दीवारों पर गोबर से चारों ओर लक्ष्मण रेखा बनाया। गांव में कन्यायों ने गुड़िया डाला जिसे बालकों ने पीटा।