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बहराइच -खुद अपने खेतों में सरसों बीज उत्पादन करें किसान

चार दिवसीय प्रशिक्षण में वैज्ञानिकों ने किसानों को बताए बीज संरक्षण की...

बहराइच -खुद अपने खेतों में सरसों बीज उत्पादन करें किसान
हिन्दुस्तान टीम,बहराइचSat, 23 Oct 2021 09:35 PM
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चार दिवसीय प्रशिक्षण में वैज्ञानिकों ने किसानों को बताए बीज संरक्षण की तकनीक

किसानों ने सरसों की बुआई की नई तकनीक के साथ प्रबंधन भी सीखा

बहराइच। संवाददाता

कृषि विज्ञान केन्द्र प्रथम के वैज्ञानिक डॉ. पीके सिंह ने बताया कि किसान सरसों का बीज बुआई के लिए खुद अपने खेतों में पैदा कर सकते हैं। बीज उत्पादन करने के लिए ऐसी भूमि का चुनाव करना चाहिए जिसमें पिछले वर्ष सरसों की खेती न की गई हो।

केवीके प्रथम अध्यक्ष व वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विनायक प्रताप शाही की अध्यक्षता में सरसों उत्पादन को बढ़ावा दिए जाने के लिए आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान यह जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि बीज उत्पादन के लिए सरसों के चारों ओर 200 से 300 मीटर की दूरी तक सरसों की फसल नहीं होनी चाहिए। सरसों की खेती के लिए प्रमुख कृषि क्रियाओं की जानकारी भी जरूरी है। जैसे फसल सुरक्षा, अवांछनीय पौधों को निकलना तथा उचित समय पर कटाई करना होगा।

फसल की कटाई करते समय खेत को चारों ओर से 10 मीटर क्षेत्र छोड़ते हुए बीज के लिए लाटा काटकर अलग सुखाना चाहिए। इसके अलावा दाना निकाल कर उस साफ करके ग्रेडिंग करना चाहिए। दाने में नमी 8-9% से अधिक नहीं होनी चाहिए। बीज को कीट एवं कवकनाशी से उपचारित कर लोहे की टंकी या अच्छी किस्म के बोरों में भरकर सुरक्षित जगह भंडारित कर देना चाहिए। इस प्रकार उत्पादित बीज को किसान अगले वर्ष बुवाई के लिए प्रयोग कर सकते हैं।

निकरा परियोजना के तहत आयोजित इस प्रशिक्षण में वैज्ञानिक डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने किसानों को तिलहनी फसलों के उत्पादन को तकनीकी जानकारी व उर्वरक प्रबंधन के बारे में बताया।

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