ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश बहराइचबहराइच: बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद करे प्रशासन: सुरेश राणा

बहराइच: बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद करे प्रशासन: सुरेश राणा

जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...

जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...
1/ 3जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...
जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...
2/ 3जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...
जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...
3/ 3जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में...
हिन्दुस्तान टीम,बहराइचTue, 04 Aug 2020 10:03 PM
ऐप पर पढ़ें

जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंगलवार को प्रदेश के गन्ना विकास व चीनी मिल मंत्री सुरेश राणा ने जलशक्ति राज्यमंत्री बलदेव ओलख के साथ बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया। इसके बाद पुलिस लाइन में महसी के बाढ़ प्रभावित ग्राम सिसैया चूड़ामणि व पिपरी के 25- 25 पीड़ितों को खाद्यान्न किट का वितरण किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से हर संभव मदद की जाय। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों एवं पशुओं के खाने-पीने व चारे तथा इलाज के माकूल बन्दोबस्त किए जाएं। लोगों के आवागमन के लिए नावों का प्रबन्ध भी कराया जाय।

मंत्री ने बताया कि वे मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के 4 बाढ़ प्रभावित जनपदों बहराइच, गोण्डा, बस्ती व आज़मगढ़ का भ्रमण कर बाढ़ के हालात का जायज़ा लेंगे, तथा सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बाढ़ एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश का चहुंमुखी विकास हो रहा है। कई क्षेत्रों में प्रदेश ने देश में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। कोविड-19 महामारी के संक्रमण काल में भी मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लोगों के लिए जांच के साथ इलाज के बेहतर प्रबन्ध किए गए हैं। साथ ही प्रवासी श्रमिकों की आर्थिक मदद के साथ-साथ उन्हें मनरेगा सहित अन्य योजनाओं के माध्यम से रोज़गार उपलब्ध कराकर उनकी योग्यता एवं रुचि के अनुसार प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।

उन्होंने राज्य मंत्री बलदेव ओलख, प्रमुख सचिव टी. वेंकटेश व विधायक सुरेश्वर सिंह तथा सरोज सोनकर के साथ ग्राम पिपरी के 50 बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न सामग्री किट का वितरण किया। इस अवसर पर इस अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी जयचन्द्र पाण्डेय, अपर पुलिस अधीक्षक नगर धनन्जय सिंह, उप जिलाधिकारी सदर जीपी त्रिपाठी व महसी के एसएन त्रिपाठी, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर टीएन दुबे व कैसरगंज के अरुण चन्द, अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड शोभित कुशवाहा आदि मौजूद रहे।

बाढ़ राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की

बहराइच। पुलिस लाइन सभागार में मंत्री राणा ने जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ की स्थिति तथा बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा किया। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव राहत एवं सहायता प्रदान की जाय। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था तथा क्लोरीन की गोलियों के वितरण आदि की जानकारी प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने निर्देश दिया कि प्रभावित ग्रामों के लिए डिप्टी सीएमओ स्तर के एक अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित कर दें। ताकि वे प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जा रही सेवाओं की समीक्षा कर प्रभावित लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा सकें।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर लोगों को समुचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाय। राणा ने निर्देश दिया कि लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते समय कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के बारे में भी अवश्य जागरूक करें, तथा सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के उपयोग का महत्व भी बताएं।

मंत्री राणा ने बैठक के दौरान निर्देश दिया कि सभी बाढ़ प्रभावित गांवों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं जिसमें ग्राम प्रधान व सचिव सहित अन्य विभागों के ग्राम स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों, क्षेत्रीय विधायक व अन्य क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों को जोड़ें। इससे बाढ़ सम्बन्धित सूचनाओं के आदान- प्रदान, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यों के संचालन तथा समस्याओं के त्वरित निस्तारण में आसानी होगी। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित बाढ़ चौकियों, शरणालयों, चिकित्सा केन्द्रों को पूरी क्षमता के साथ संचालित किए जाने का निर्देश दिया।श्री राणा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मनुष्यों एवं पशुओं के खाने-पीने एवं इलाज के बेहतर प्रबन्ध कराएं। प्रभावित क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ आवश्यकतानुसार नावों का प्रबन्ध भी सुनिश्चित कराया जाय।

बैठक में जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किए गए एवं किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि बाढ़ राहत कार्यो में किसी प्रकार की शिथिलता एवं उदासीनता न बरती जाए। सभी सम्बन्धित अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का नियमित भ्रमण कर बाढ़ प्रभावित लोगों को शासन से अनुमन्य सभी सुविधाएं मुहैय्या कराएं।

सहकारिता मंत्री ने 90 बाढ़ प्रभावितों को बांटा खाद्यान्न किट

कैसरगंज। प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने तहसील कैसरगंज के बाढ़ राहत केन्द्र मतरेपुर पहुंचकर 90 बाढ़ पीडितों को खाद्यान्न सामग्री किट का वितरण किया। उन्होंने कहा कि बाढ़ एक दैवीय आपदा है, लेकिन इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है। आवश्यकतानुसार नावों का प्रबन्ध किया गया तथा बाढ़ प्रभावित लोगों को तारपोलीन शीट का वितरण भी किया जा रहा है। कटान से प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए भूमि आवंटन की व्यवस्था भी की जा रही है।

बाढ़ राहत केन्द्र मतरेपुर पर मौजूद बाढ़ प्रभावित लोगों से संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी हर समस्या मेरी समस्या है। क्षेत्रवासियों की प्रत्येक समस्या का निदान कराया जायेगा। सहकारिता मंत्री ने मौके पर मौजूद कैसरगंज के एसडीएम व तहसीलदार को निर्देशित किया कि सभी बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न किट वितरित की जाए। सभी बाढ़ पीड़ितों को भोजन व स्वास्थ्य सेवाएं मुहैय्या कराई जाएं ताकि कोई भी पीड़ित व्यक्ति भूखा न सोने पाए। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत उन्होंने लोगों की जांच व स्क्रीनिंग कराए जाने तथा आवश्यकतानुसार चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बाढ़ का पानी कम होने पर निर्धारित स्थान पर स्पर का निर्माण भी कराया जाएगा।

सहकारिता मंत्री ने ग्रामीणों से अपील की कि वर्तमान समय में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखें, अपने-अपने घरों में सुरक्षित रहें। आवश्यकता होने पर मास्क या गमछा से मुंह ढकने के बाद ही बाहर ही निकले तथा हाथों को साबुन से निरन्तर धोते रहें। इस मौके पर उप जिलाधिकारी कैसरगंज महेश कुमार कैथल, तहसीलदार शिवप्रसाद, विधानसभा संयोजक गौरव वर्मा, पीआरओ कौशलेंद्र विक्रम सिंह, मीडिया प्रभारी नीरज श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार विजय कुमार, ग्राम प्रधान विद्याराम, राजस्व निरीक्षक मानिक चन्द आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें