बाजार से यूरिया खाद गायब, किसानों की परेशानियां बढ़ी
कृषक सहकारी समिति बिनौली सहित बाजारों से पिछले 12 दिनों से यूरिया खाद गायब हो जाने से किसानों को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा...
कृषक सहकारी समिति बिनौली सहित बाजारों से पिछले 12 दिनों से यूरिया खाद गायब हो जाने से किसानों को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है। खाद न मिलने से किसानों को अपनी फसलों के कमजोर होने की चिंता सता रही है। खाद के लिए किसान जगह जगह गांव- गांव भटक रहे हैं।
कृषक सहकारी समिति बिनौली से लगभग 26 गांव जुड़े हुए हैं, सभी गांव के किसान समिति से ही अपनी फसलों के लिए खाद, डीएपी आदि लेकर जाते हैं। हालांकि लॉकडाउन के दौरान भी किसानों को समिति से खाद थोड़ी बहुत परेशानी के बाद मिलता रहा है, लेकिन पिछले 12 दिनों से सहकारी समिति पर खाद पूरी तरह खत्म हो चुका है। किसान को अपनी गन्ने और धान की फसल के लिए यूरिया खाद की बहुत जरूरत है, अगर उनकी फसलों को समय पर खाद नही मिला तो फसल कमजोर राह जाएगी।
सहकारी समिति ही नहीं बिनौली के बाजार में प्राइवेट खाद बीज की दुकानों पर भी यूरिया खाद नहीं है। बिनौली गांव में खाद बीज की लगभग 8 दुकानें हैं, लेकिन किसी भी दुकान पर खाद का एक भी कट्टा नहीं है। धामा किसान केंद्र के संचालक अनुज धामा का कहना है कि केंद्र पर यूरिया खाद न होने के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है।
किसान अरुण त्यागी का कहना है कि हर समस्या किसानों के सामने ही आती है, अब फसल तैयार होने का समय है और सरकार बाजारों मे खाद तक नही भिजवा पा रही, किसान की फसल बेकार हो गई तो वह भुखमरी की कगार पर पहुंच जायेगा। इस संबंध में सहकारी समिति बिनौली के एमडी धर्मबीर सिंह से बात की गई तो उनका कहना है कि आगे से रैक नहीं आ रही है, रोजाना आजकल हो रही है। अभी बीच में एक ट्रक यूरिया आया था, जो उसी समय खत्म हो गया था।