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Hindi News उत्तर प्रदेश बागपतहाईवे पर नाले में हार्वेस्टिंग को लेकर हंगामा, जेसीबी का शीशा तोड़ा, अफसरों के छुटे पसीने

हाईवे पर नाले में हार्वेस्टिंग को लेकर हंगामा, जेसीबी का शीशा तोड़ा, अफसरों के छुटे पसीने

निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...

निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
1/ 5निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
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निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
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निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
4/ 5निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
5/ 5निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा...
हिन्दुस्तान टीम,बागपतFri, 04 Sep 2020 03:44 AM
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निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नालों में दूषित पानी निकासी के लिए बनाए जा रहे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का ग्रामीणों ने विरोध करते हुए काम रुकवा दिया। जहां पत्थर मारकर जेसीबी मशीन का शीशा तोड़ दिया गया। जहां घंटों हंगामा चलता रहा।

जहां ग्रामीणों को शांत कराने में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के पसीने छुट गए। जहां अफसरों ने भारी पुलिसबल बुलवाकर कड़ी मशक्कत के बाद कोतवाली पुलिस ने चार महिलाओं समेत 9 लोगों को हिरासत में लेकर शांतिभंग में चालान कर दिया। जहां भारी पुलिसबल की मौजूदगी में हार्वेस्टिंग कार्य पूरा किया गया। जानकारी के अनुसार निर्माणाधीन दिल्ली-सहारनपुर हाइवे किनारे बने नाले की पानी निकासी का कोई रास्ता नहीं है।

जहां पानी निकासी कराने के लिए गुरुवार को एनएचएआई के अफसर और प्रशासन की टीम जेसीबी मशीन लेकर नालों में हार्वेस्टिंग लगाने के लिए पहुंची, जिससे पानी की निकासी हो सके। जहां मशीन के काम शुरू करते ही ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी जमीन में खुदाई की गई। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन उनकी जगह में दूषित पानी निकासी करना चाहता है। जिसके विरोध में महिलाएं भी उतर गई।

जहां सूचना मिलने पर एसडीएम अनुभव सिंह, सीओ ओमपाल सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनेंद्रपाल भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नही माने। जिस पर ग्रामीणों की पुलिस अफसरों के साथ तीखी नोकझोक भी हुई।

जहां आक्रोशित महिलाओं ने पथराव कर जेसीबी मशीन के शीशे तोड़ दिए। जिस पर पुलिस ने सख्ती दिखाकर लोगों को शांत कराया। जहां फिर से हंगामा शुरू हो गया। बार-बार महिलाओं के हंगामा करने पर पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया। जहां पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए चार महिलाओं समेत अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया। जिनके खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की गई।

ग्रामीण बोले, पुलिस-प्रशासन दिखा रहा दबंगई

सिसाना गांव में विरोध करने वाले ग्रामीण कैलाश, कालूराम, तेजपाल, सतीश, रविंद्र, संतोष, विमला, रजनी आदि का कहना है कि उन्होंने कभी हाइवे निर्माण में दिक्कत नहीं की, लेकिन अब प्रशासन और पुलिस दबंगई दिखाकर उनकी आवाज दबाने का काम कर रही है।

बताया कि कुछ दिन पहले प्रशासन ने जबरदस्ती उनकी जमीन में दूषित पानी की निकासी करा दी थी, जिसका विरोध करने पर भी उन्हें कार्रवाई का डंडा दिखाया गया था। आरोप लगाया कि उनके परिवार के लोगों ने अपनी जमीन में खड़े होकर विरोध किया, जहां किसी भी सरकारी कार्य में बाधा नहीं पहुंचाई।

इसके बावजूद उसके परिवार वालों के साथ जबरदस्ती कर अभद्रता की और पिटाई की गई। हार्वेस्टिंग लगाने की जानकारी प्रशासन ने उन्हें बाद में दी। आरोप लगाया कि परिवार को हिरासत में लेने के बाद प्रशासन ने मनमर्जी तरीके से काम किया।

गांव में फैल जाएगी बीमारी

ग्रामीणों ने बताया कि नालो का पानी निकासी के लिए एनएचएआई के अधिकारी हार्वेस्टिंग लगा रहे है, जिससे दूषित पानी सीधा भूगर्भ में जाएगा। दूषित पानी भूगर्भ में जाने से गांव का भूजल दूषित हो जाएगा और भविष्य में संक्रामक बीमारी फैलने लगेंगी।

महिला जेसीबी मशीन पर लटकी, नाले में कूदी

सिसाना गांव में हंगामा कर रहे ग्रामीणों को हिरासत में लेने के बाद प्रशासन ने काम शुरू कराया। जहां एक महिला अकेली ही प्रशासन को चुनौती देते हुए विरोध शुरू कर दिया और जेसीबी मशीन पर लटक गई। जहां उसे पकड़ने गई महिला पुलिसकर्मी वापस लौट गई।

महिला को पकड़ने के लिए कोतवाली से अन्य महिला पुलिसकर्मियों को बुलाया गया। जहां घंटो इंतजार करने के बाद कड़ी मशक्कत के बाद महिला को हिरासत में लेकर कोतवाली लाया गया। वहीं पुलिस से बचने के लिए महिला नाले में भी कूद गई। जिसे पुलिसकर्मियों ने बाहर निकाला

महिला पुलिसकर्मियों पर नाराज हुए सीओ

सिसाना गांव में हंगामे के बीच एक महिला को काबू नहीं कर पाने पर महिला पुलिसकर्मियों पर सीओ ओमपाल सिंह नाराज हो गए। जिन्हें कार्रवाई तक की चेतावनी सीओ ने मौके पर ही दे दी। हालांकि बाद में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

पुलिस-प्रशासन का अमानवीय चेहरा देख हर कोई हतप्रभ

सिसाना गांव में गुरुवार को पुलिस व प्रशासन का अमानवीय चेहरा देखने को मिला। जहां पुलिस ने हंगामा कर रही एक महिला को जबरन गाड़ी में डालने का प्रयास किया। जहां पुलिस का अमानवीय चेहरा देखकर हर कोई हतप्रभ नजर आया। वहीं वृद्ध महिला को भी पुलिस ने नहीं बख्शा, जिसे खींचकर गाड़ी में डाला गया। वहीं पुलिस ने कई लोगों की पिटाई भी की। हालांकि वहां मौजूद ग्रामीणों को पुलिस ने लाठियां भांजकर दौड़ा दिया। जिसके चलते दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर काफी देर तक जाम भी लगा रहा।

सिसाना गांव में नालो के पानी निकासी के लिए हार्वेस्टिंग का शॉकपिट बनना था। जिस पर कुछ ग्रामीणों ने हंगामा किया। शॉकपिट नाले की जगह में ही बनाया जाता था, जबकि ग्रामीणों को ऐसा लगा कि उनकी जगह में ख्ुादाई की जाएगी। कार्य में बाधा पहुंचाने पर शांतिभग की कार्रवाई की गई है। अनुभव सिंह, एसडीएम बागपत।

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