Tourists Stranded in Heavy Snowfall During Christmas and New Year Celebrations मुसीबत: बर्फ देखने की चाह में पहाड़ों पर फंसे सैलानी, Bagpat Hindi News - Hindustan
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मुसीबत: बर्फ देखने की चाह में पहाड़ों पर फंसे सैलानी

Bagpat News - बर्फ से ढके पहाड़ों पर क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने आए पर्यटक खराब मौसम के कारण फंस गए हैं। बागपत से कई सैलानी शिमला, मनाली और अन्य पहाड़ी इलाकों में पहुंचे हैं। कुछ पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया...

Newswrap हिन्दुस्तान, बागपतMon, 30 Dec 2024 10:33 PM
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मुसीबत: बर्फ देखने की चाह में पहाड़ों पर फंसे सैलानी

बर्फ से ढके पहाड़ों पर क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए आने वाले पर्यटकों की आमद ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। बागपत से काफी संख्या में सैलानी पहाड़ों पर बर्फबारी का लुत्फ उठाने गए हुए हैं, लेकिन उनमें से कई पर्यटक खराब मौसम के चलते व होटल और रास्तों पर फंसे हुए हैं। जिले से काफी संख्या में सैलानी ट्रैवल एजेंसियों और खुद के वाहनों के माध्यम से पहाड़ों पर बर्फबारी का मजा लेने गए हुए हैं। कुछ क्रिसमस पर्व से पहले गए हैं तो कुछ नए साल का जश्न वहीं मनाने के लिए पहुँचे गये। वर्षा ट्रैवल एजेंसी के डायरेक्टर अमित जैन का कहना है कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के लिए जिले से करीब 100 गाड़ियां शिमला, मनाली, मसूरी, नैनीताल, धनोल्टी, कश्मीर तक गई हुई हैं। अधिक बर्फबारी होने की वजह से कुछ लोग जगह-जगह फंसे हुए बताए गए हैं। उत्तराखंड शासन- प्रशासन ने बहुत से लोगों को सुरक्षित बाहर भी निकाला है।

वहीं इस अप्रत्याशित बर्फबारी ने व्हाइट क्रिसमस का सपना देखने वालों में उत्साह भर दिया है। कई पर्यटक, जो पहले यहां से जाने की योजना बना रहे थे, उन्होंने शिमला की सर्दियों की खूबसूरती का लुत्फ उठाने के लिए यहीं रहने का फैसला किया है।

पर्यटकों के परिजन बोले-

बड़ौत के गुराना रोड के रहने वाले अर्चित, रौनक भी मनाली से आगे गए हुए है। परिजनों ने बताया कि वे सुरक्षित है, लेकिन अभी ज्यादा बर्फबारी की वजह से होटल में रुके हुए हैं।

बावली रोड के रहने वाले अंकित भी अपने परिवार के साथ धनोल्टी में हैं। उनके परिजनों ने बताया कि मौसम ठीक होने के बाद ही वे नीचे आएंगे। अभी इन्हें वहीं रुकने को कहा है।

वहीं प्राथमिक शिक्षक कुलदीप कुमार भी मनाली गए हुए थे, वे भी वहां रात्रि 11 बजे से अगली सुबह 6 बजे तक लंबे जाम और बर्फबारी में फंसे रहे। कुलदीप कुमार ने बताया कि वे सुरक्षित वहां से नीचे आ गए हैं।

कोट-

ट्रैवल एजेंसी चौधरी एंड कम्पनी के संचालक उपेंद्र ने बताया कि कम बिजिबिलिटी (दृश्यता) और काली बर्फ के जमने के कारण पहाड़ियों पर गाड़ी चलाना अक्सर मुश्किल हो जाता है। सड़क पर ध्यान न देने और बुनियादी ड्राइविंग टिप्स का पालन न करने से ऐसी परिस्थितियों में घातक दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

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