दिल्ली-सहारनपुर हाईवे की बदहाली पर निकाला जुलूस
दशकों से जर्जर अवस्था में पड़े दिल्ली सहारनपुर हाईवे की बदहाली पर हाईवे निर्माण संघर्ष समिति के अनेक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला व धरना देकर रोष...
दशकों से जर्जर अवस्था में पड़े दिल्ली सहारनपुर हाईवे की बदहाली पर हाईवे निर्माण संघर्ष समिति के अनेक पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला व धरना देकर रोष जताया। कार्यकर्ताओं ने हाईवे के जल्द निर्माण के लिए डीएम को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
रविवार को दिल्ली-सहारनपुर सिक्स लेन हाईवे निर्माण संघर्ष समिति के अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने सत्तर वर्ष से बदहाल पड़े हाईवे पर सत्ताधारी पार्टियों द्वारा राजनीतिक रोटियां सेकने का आरोप लगाकर बागपत जिला जाट भवन में धरना दिया तथा नगर में जुलूस निकाला। समिति के अध्यक्ष व संयोजक धर्मपाल सिंह पंवार व मुख्य वक्ता विजेन्द्र्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार द्वारा हाईवे कागजों पर तो कई बार निर्मित हो चुका है, मगर धरातल पर नहीं। आरोप लगाया कि सरकार व ठेकेदार हाईवे निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये डकार चुके है। लेकिन हाईवे की मरम्मत भी ठीक प्रकार से नहीं हुई। वर्तमान सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने सपा सरकार पर एनओसी न देने का आरोप लगाकर लोगों से वोट लिया, मगर राज्य व केन्द्र दोनों में भाजपा सरकार होने के बावजूद भी हाईवे का कायाकल्प नहीं हुआ। बताया कि यह हाईवे पांच राज्यों को दिल्ली से जोड़ता है। उन्होंने हाईवे का एक माह के अंदर निर्माण न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं, धरने व जुलूस की अध्यक्षता महक सिंह देव व संचालन रामनिवास ने किया। इस दौरान कृष्णपाल, जाट अध्यक्ष जगपाल सिंह तेवतिया, महासचिव सोबिंदर सिंह, सचिव राम निवास वर्मा, कोषाध्यक्ष विक्की वत्स, महासचिव एड. रजत नैन, नवाब खान, सुनील पंवार, अमित मलिक, रूपिन, मनीष राजपूत आदि मौजूद रहे।
बदहाल हाईवे ने उजाड़ दिए कारोबार
बागपत। हाईवे निर्माण संघर्ष समिति के मुख्य वक्ता विजेन्द्र सिंह ने कहा कि हाईवे की बदहाली के कारण स्थानीय लोगों के कारोबार उजड़ गए तथा एक बड़ी आबादी का पलायन दिल्ली की ओर हो गया है। कहा कि जनपद बागपत के साथ केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा पिछले सत्तर वर्षों से सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इसका परिणाम हाईवे की बदहाली के रूप में देखा जा सकता है। कहा कि सड़क न होने के कारण जनपद में उद्योग ठप पड़े है, बहुराष्ट्रीय कंपनी नहीं है, रोजगार, अच्छे अस्पताल व पढ़ाई के लिए अच्छे कॉलेज नहीं है तथा चारों तरफ केवल बर्बादी छाई हुई है। समिति के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जल्द निर्माण न होने पर सड़क से संसद तक आंदोलन की चेतावनी दी है।