एएनएम व रोडवेज परिचालक के घर लाखों की चोरी
नगर की शताब्दी नगर कालोनी में गुरुवार की रात चोरों ने एएनएम व रोडवेज बस के परिचालक के बंद घरों का ताला तोडकर यहां से नगदी, सोने-चांदी के जेवरात,...
नगर की शताब्दी नगर कालोनी में गुरुवार की रात चोरों ने एएनएम व रोडवेज बस के परिचालक के बंद घरों का ताला तोडकर यहां से नगदी, सोने-चांदी के जेवरात, कीमती कपडों समेत लाखों रूपये का सामान चोरी कर लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटन की जानकारी ली। चोरी की घटना से कालोनीवासियों में रोष व्याप्त है।
शताब्दी नगर में रहने वाली स्वास्थ्य विभाग की एएएनम अनुराधा शर्मा पत्नी हरिओम शर्मा गत गुरूवार को बराल गांव में अपनी भतीजी की शादी में परिवार समेत गई हुई थी। इस मौके का लाभ उठा चोरों ने घर में अलमारियों का ताला तोडकर यहां से 48 हजार रूपये की नगदी, चार तोले सोने के जेवरात, 700 ग्राम चांदी, एक सरकारी टैब, दो एलईडी, सिलेंडर, कपडे समेत चार लाख रूपये का सामान चोरी कर लिया। एएनएम अनुराधा के घर से कुछ ही मीटर की दूरी पर रहने वाले रोडवेज बस के परिचालक सतेंद्र पुत्र कृष्णपाल के घर में भी इन्हीं चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। सतेंद्र भी गत दिवस अपनी रिश्तेदारी में एक शादी समारोह में परिवार के साथ गए हुए थे। पडौसियों ने ही इन्हें हुई चोरी की घटना के विषय में जानकारी दी। घर में रखी अलमारियों को तोडते हुए चोरों ने यहां से 50 हजार रूपये की नगदी, सोने की अंगूठी, मंगलसूत्र, इनवर्टर, बैटरे, कीमती कपडों समेत तीन लाख रूपये का सामान चोरी कर लिया। चोरी की घटना को अंजाम देने से पहले चोरों ने आसपास रहने वाले लोगों के घरों के बाहर से कुंडी लगा बंद कर दिया था। सूचना पर सुबह के समय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। सतेंद्र व हरिओम शर्मा ने इस संबंध में कोतवाली पर तहरीर दी है। दो घरों में हुई चोरी की घटनाओं से कालोनीवासियों में रोष व्याप्त है।
बता दें अभी एक माह भी नहीं हुआ है जब लुहारी गांव में इसी तरह से चार घरों में लाखों रुपये की चोरी की घटना को अंदाज दिया गया था। अभी तक इन चोरी की घटनाओं का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई है।
-----
चोरों को आखिर कैसे मिल रही स्टीक जानकारी?
बड़ौत। शादी समारोह से लेकर दूसरे कार्यों से बाहर जाने वाले लोगों के बारे में चोरों द्वारा स्टीक जानकारी आखिर कैसे उपलब्ध हो जाती है? अभी तक जितने घरों में चोरी की घटनाएं हुई हैं, उनमें से 95 प्रतिशत वे ही घर शामिल हैं जो किसी न किसी कारण अपने घरों से बाहर गए हुए थे। बंद घरों के बारे में स्टीक जानकारी इन चोरों तक पहुंचना अपने आप में आश्चर्यजनक भी है और दु:खद भी। पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस की नजरें फेरी पर सामान बेचने वालों से लेकर कबाड के रूप में बेकार सामान बेचने वालों द्वारा गली-मोहल्ले में घूमने वाले लोगों पर भी टिकी है। कोतवाली अजय शर्मा का कहना है कि जल्द ही हुई चोरियों का खुलासा कर लिया जाएगा।