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पौधरोपण के नाम पर खानापूर्ति, ग्रो बैग में ही रखे निकल गई हजारों पौधों की जान

पौधरोपण के नाम पर खानापूर्ति, ग्रो बैग में ही रखे निकल गई हजारों पौधों की जान

पौधरोपण के नाम पर खानापूर्ति, ग्रो बैग में ही रखे निकल गई हजारों पौधों की जान
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,बागपतMon, 11 Jul 2022 11:25 PM
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वृहद पौधरोपण अभियान चलाकर लाखों पौधों के लगाने का दावा कागजों पर ही रह गया। हकीकत यह है विभागों को रोपण के लिए दिए गए ना जाने कितने पौधे ग्रो बैग में ही रखे-रखे सूख गए। जिले के कई विभागों, थानों, चौराहे और लोगों के घरों में हजारों पौधे ग्रो बैग में ही कूड़े की तरह फेंके गए। इसकी एक बानगी तो बड़ौत तहसील में ही दिखाई देती है जहां एसडीएम कार्यालय के सामने ही दर्जनों पौधे बिना रोपें फेंक दिए गए, अब तो इनमें केवल ग्रो बैग ही शेष बचे हैं। ऐसे में साफ है कि पौधरोपण अभियान के नाम पर महज खानापूर्ति की गई।

तहसील परिसर में एसडीएम कार्यालय के ठीक सामने एक पेड़ के नीचे दर्जनों ऐसे पौधों के ग्रो बैग पड़े हुए है जिनमे कुछ दिन पहले तक हरे पौधे रहे होंगे। ये पौधे 5 जुलाई से शुरू हुए वन महोत्सव के दौरान लगाए जाने थे, लेकिन लक्ष्य पूर्ति के चक्कर में इन पौधों का संरक्षण तक नहीं किया गया। परिसर में पड़े दर्जनों पौधे ग्रो बैग में ही रखे-रखे सूख गए। इन्हें रोपने की बजाय परिसर में पेड़ के नीचे सूखने के लिए फेंक दिया गया है। इसके बगल से गुजरने वाले जिम्मेदारों को अपनी गलती का एहसास तक नहीं है। अगर ये पौधे कहीं लगे होते तो जीवित होते, पर प्रशासन की लापरवाही की वजह से ये सूखकर खत्म हो रहे हैं।

वन रेंजर राजपाल सिंह ने बताया कि पौधरोपण अभियान को गति देने के लिए सभी सभी विभागों के परिसर और खाली जगहों पर पौधे लगाए गए हैं। पौधों की देखभाल सम्बंधित विभाग स्तर की जिम्मेदारी थी। अगर तहसील के कर्मचारियों ने पौधरोपण अभियान में लापरवाही की है तो इसकी जांच कराई जाएगी।

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