वन विभाग की टीम ने निर्माणाधीन यज्ञशाला के पिलर गिराये
Bagpat News - बरनावा के महृषि वेद व्यास वानप्रस्थ आश्रम में निर्माणाधीन यज्ञशाला को वन विभाग ने बुलडोजर चलाकर क्षतिग्रस्त कर दिया है। वन अधिकारियों ने भूमि को अपनी बताकर यज्ञशाला के पिलर तोड़ दिए। ग्रामीणों में...

बरनावा के महृषि वेद व्यास वानप्रस्थ आश्रम में निर्माणाधीन यज्ञशाला पर वन विभाग की टीम ने बुलडोजर चलवाकर पिलरों को क्षति ग्रस्त कराया है। वन अधिकारियों ने उक्त भूमि को अपना बताया हैं। बिना सूचना दिए यज्ञशाला को क्षतिग्रस्त करने से ग्रामीणों में आक्रोश हैं। बरनावा में शाहपुर बाणगंगा गंगा मार्ग पर महृषि वेद व्यास वानप्रस्थ आश्रम स्थापित हैं। यहां पर वर्ष 2008 में वृद्धजनों के रहने के लिये 8 कमरे और बरामदे का निर्माण कराया गया। आश्रम में इस समय साधु संत सहित करीब 12 वृद्ध रहते हैं। समय-समय पर धार्मिक आयोजन करने के लिए सर्व समाज के सहयोग से आश्रम में यज्ञशाला का निर्माण शुरू कराया गया। रविवार को रेंजर सुनेंद्र सिंह, डिप्टी रेंजर मोहमद तालिब, सेक्शन इंचार्ज संजय, अंकित, मनोज आदि वनकर्मी वहां जेसीबी लेकर पहुचें और निर्माणाधीन यज्ञशाला की भूमि को वन विभाग की होना बताकर यज्ञशाला के दो पिलर जेसीबी से क्षतिग्रस्त कराये। वह आश्रम में रह रहे वृद्धजनों से भूमि के वैधानिक अभिलेख, कागजात दिखाने को कहकर चले गये। वन विभाग द्वारा आश्रम में निर्माणाधीन यज्ञशाला को क्षतिग्रस्त करने से आश्रम के अध्यक्ष पूर्व प्रधान विष्णुदत्त त्यागी, आचार्य विजय कुमार भाई, विजयपाल शास्त्री, सुंदर सिंह, जगत सिंह, अजय त्यागी, राकेश त्यागी, मास्टर अरुण त्यागी, सचिन त्यागी, सुभाष आदि ग्रामीणों में आक्रोश हैं। आश्रम के अध्यक्ष ने बताया कि खसरा संख्या 1348 में 56 बीघा भूमि हैं, जिसमें 28 बीघा भूमि में कब्रिस्तान और 28 बीघा भूमि भूमिया मंदिर की हैं। इसे वन विभाग अपनी गलत बता रहा हैं।
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