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Hindi News उत्तर प्रदेश बागपतपांच जगह, पांच रिपोर्टर: अधिकांश सीएचसी व पीएचसी पर ओपीडी शुरू नहीं, मरीज बेहाल

पांच जगह, पांच रिपोर्टर: अधिकांश सीएचसी व पीएचसी पर ओपीडी शुरू नहीं, मरीज बेहाल

जिले में जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के अलावा 7 सीएचसी और 23 पीएचसी है।

पांच जगह, पांच रिपोर्टर: अधिकांश सीएचसी व पीएचसी पर ओपीडी शुरू नहीं, मरीज बेहाल
हिन्दुस्तान टीम,बागपतWed, 24 Jun 2020 07:17 PM
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जिले में जिला अस्पताल और महिला अस्पताल के अलावा 7 सीएचसी और 23 पीएचसी है। शासन ने आदेश दिए थे कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते अस्पतालों में बंद की गई ओपीडी सेवा को फिर से चालू किया जाए। रोगियों को उपचार दिया जाए, लेकिन आदेशों के एक सप्ताह बाद भी जिलेभर की ज्यादातर सीएचसी व पीएचसी पर रोगियों का उपचार देना शुरू नहीं किया गया है। खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश पीएचसी पर ताले लटके हुए। जिसके चलते गरीब तबके के रोगियों को प्राइवेट चिकित्सकों से उपचार कराना पड़ रहा है। वहां पर उनसे इलाज के नाम पर महंगी फीस वसूली जा रही है। हालांकि कुछ स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओपीडी शुरू भी की गई है।

मध्यान्ह 11 बजे स्थान: बड़ागांव

हिन्दुस्तान की टीम बुधवार की सुबह बड़ागांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची। वहां टीम को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य द्वार पर ताला लटका मिला। टीम ने ग्रामीणों से पूछा, तो उन्होंने बताया कि गत मार्च माह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका हुआ है। उन्हें बीमार रोगियों को उपचार दिलवाने के लिए खेकड़ा और लोनी की दौड़ लगानी पड़ रही है। इस संबंध में जब सीएचसी अधीक्षक खेकड़ा से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि बड़ागांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी कोविड अस्पताल में लगाई गई है। जिसके चलते पीएचसी बंद है।

पूर्वान्ह11.30 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदर्श नंगला छपरौली

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आदर्श नंगला में है, जो लॉकडाउन के समय से ही बंद है। ओपीडी बंद होने से विभिन्न रोगों से ग्रसित मरीज और तीमारदार काफी परेशान है। ओपीडी नहीं खुलने से महंगी फीस, देकर प्राइवेट चिकित्सकों के पास जाना मरीजों की मजबूरी है। प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज कराना सभी के लिए संभव नहीं है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजेंद्र मलिक ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने के आदेश मिल गए हैं। स्टाफ कोविड-19 की ड्यूटी में लगा हुआ है। स्टाफ कम होने की वजह से पीएचसी को नहीं खोला जा रहा। जल्दी ही पीएचसी में ओपीडी शुरू कर दी जाएगी।

दोपहर 12 बजे प्राथमिक स्वास्थ केंद्र किशनपुर बिराल रमाला

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र किशनपुर बराल रमाला पिछले काफी समय से बंद है। गत17 जून को सरकार द्वारा ओपीडी खोलने के आदेश हुए थे, यहां तैनात डा. परविन्द्र चौधरी की ड्यूटी जिला हॉस्पिटल में इमरजेंसी में लगी हुई है । सिर्फ फार्मेसिस्ट दिनेश कुमार के भरोसे मरीजों में दवाई देने का काम रह गया है।

दोपहर 12.30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टीकरी

दोघट थाना क्षेत्र में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। ओपीडी बंद होने से गरीब मरीज महंगी फीस देकर प्राइवेट चिकित्सक से इलाज कराने को मजबूर हैं। बिनौली सीएचसी अधीक्षक ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र खुलने के आदेश आ गए हैं लेकिन स्टाफ कोविड 19 की ड्यूटी में लगा है। अभी दाहा गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चालू कर दिया गया है। उधर दोघट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डा. जुनैद गत 25 मार्च से अनुपस्थित चल रहे हैं। इसके लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेज दिया गया। गुरुवार से सभी स्वास्थ्य केंद्र खोल दिये जाएंगे।

दोपहर 1.00 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रटौल चांदीनगर

रटौल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कोविड 19 के बाद.से ओपीडी बंद कर दी गयी थी लेकिन शासन आदेशानुसार चार दिन से लगातार प्राथमिक स्वास्थ्य खोला जा रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात फार्मासिस्ट संजय शर्मा और डा. आशीष द्वारा 16 मरीजों की जांच कर दवाइयां वितरित की गई। कोट-कोविड -19 ड्यूटी के चलते कई पीएचसी बंद पड़ी है। जल्द ही उन पर चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की व्यवस्था कराई जाएगी। शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के रोगियों को भी बेहतर उपचार मिलेगा। डा. आरके टंडन, सीएमओ बागपत

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