झमाझम बारिश से खिले किसानों के चेहरे
बागपत। जिलेभर में बुधवार को हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। बगैर सिंचाई सूख रही उनकी फसलें जलमग्न हो गई। जगह-जगह जलभराव बन गया। सड़कें तरणताल बन गई है। रेलवे के अंडरपास पानी स्व लबालब हो...
जिलेभर में बुधवार को हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। बगैर सिंचाई सूख रही उनकी फसलें जलमग्न हो गई। जगह-जगह जलभराव बन गया। सड़कें तरणताल बन गई है। रेलवे के अंडरपास पानी स्व लबालब हो गए है। बारिश से यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
जिले में बुधवार की सुबह झमाझम बारिश हुई। सुबह करीब 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक बारिश हुई। कभी रिमझीम, तो कभी झमाझम बारिश हुई। जिससे सड़कें तरणताल बन गई। खेत पानी से लबालब हो गए। कृषि वैज्ञानिक डा. संदीप चौधरी का कहना है कि बुधवार को हुई बारिश धान और गन्ना फसल के लिए संजीवनी साबित होंगी। हालांकि कई गांवों के तालाब पानी से लबालब हो गए है। उनका पानी गांव की गलियों में बह रहा है। जिससे जल भराव की समस्या बन गई है। बारिश से दिल्ली-शामली रेलमार्ग के अंडरपास भी पानी से लबालब हो गए है। गोठरा, फखरपुर, बसी, सुंहेड़ा, अहेड़ा और बडौत क्षेत्र के अंडरपासो से लोगों का आवागमन भी बंद हो गया है। बड़ागांव में बारिश से ग्रामीण गौतम त्यागी का मकान भर-भराकर गिर गया। वहीं पहाड़ों में हो रही भारी बारिश से यमुना और हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया है। डीएम शकुंतला गौतम का कहना है कि बाढ़ चौकियों को अलर्ट किया गया है। लेखपालों को यमुना नदी के जलस्तर पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैैं।