पहली बार घरों में अदा की गई ईद-उल-फितर की नमाज
- कोरोना महामारी व लॉकडाउन के चलते मस्जिदें बंद, ईदगाह पर पसरा रहा सन्नाटा
इतिहास में यह पहला मौका है जब ईद मुबारक के रोज सभी मस्जिदें बंद रहीं और ईदगाहों पर सन्नाटा पसरा रहा। इसकी वजह कोरोना वैश्विक महामारी के चलते लॉकडाउन का पालन करना रहा। ऐसे में सभी ने घरों में ही सोशल डिस्टेंस का पालन ईदुल फितर की नमाज अदा की।
उधर कानून व्यवस्था एवं कोई लॉकडाउन का उल्लंघन न हो, इसके लिए जगह-जगह पुलिस तैनात रही। ईदगाह से लेकर सड़कों पर पुलिस कर्मी दोपहर तक गश्त करने में लगे रहे। यहां तक कि डीएम और एसपी ने भी बागपत, बड़ौत, खेकड़ा और बिनौली आदि क्षेत्र का भ्रमण कर सभी शांति और सौहार्द के साथ त्यौहार मनाने एवं लॉकडाउन का पालन करने की अपील की।
सोमवार को जिलेभर में सुबह 6.30 बजे से ही घरों में रहकर ईद की नमाज अदा की गई। ईद की नमाज अदा करने का समय एक तरह से मध्यान्ह 11.15 बजे तक रखा गया था। इसके बीच में लोगों ने घरों में ही अपनी सहूलियत के अनुसार नमाज अदा की। घर की नमाज में 4 रकात नफील नमाज अदा की गई।
नमाज में सभी ने अल्लाह-तल्लाह से देशभर से कोरोना वैश्विक महामारी से निजात मिलने एवं कौम की सलामती के लिए दुआएं की। शहर काजी हबीबुर्रहमान ने भी अपने घरों में ही नमाज अदा करते कोरोना से मुक्ति की दुआएं की। बागपत शहर व आसपास गांवों के मस्जिदों में ताले लटके रहे। जबकि ईदगाह पर भी कोई नमाज अदा करने नहीं पहुंचा। उधर लॉकडाउन का पालन हो और भीड़ इकट्ठे न हो,इसके लिए ईदगाह और मस्जिदों के पास पुलिसर्किमयों की तैनाती रही।
उधर, डीएम शकुंतला गौतम, एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव् ने भी पुलिस र्किमयों के साथ ईद के मौके पर बागपत शहर, बड़ौत, खेकड़ा, बिनौली आदि जगहों पर भ्रमण कर सभी से सौहार्दपूर्ण तरीके से ईद मनाने की अपील की। साथ ही लॉकडाउन की पालन करने को भी कहा।
क्षेत्र के गांवों में ईद का त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से बनाया गया। लोगों ने अपने घरों में ईद की नमाज अदा की। वहीं पुलिस ने दिनभर गांवों में गश्त कर लोगों से घरों में ही रहकर ईद मनाने की अपील की।क्षेत्र के पुरा महादेव, बुढ़सनी, दत्तनगर, डौलचा, रोशनगढ़, दौलतपुर, सैडभर, हिसावदा, पिलाना, अमीनगर सराय, बिलोचपुरा व बसौद आदि गांवों में सोमवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने शांतिपूर्वक ईद उल फितर का त्यौहार मनाया।
