बकाया भुगतान को लेकर मिल गेट पर दिया धरना
रविवार को सपा कार्यकर्ताओं और गन्ना किसानों नें बकाया भुगता न को लेकर शुगर मिल गेट पर धरना...
रविवार को सपा कार्यकर्ताओं और गन्ना किसानों नें बकाया भुगता न को लेकर शुगर मिल गेट पर धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार का 14 दिन में गन्ना भुगतान कराने का वायदा पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है।
इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी भेजा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सपा के जिला महासचिव डॉ. शकील अहमद के नेतृत्व में सपा कार्यकर्ता और किसान शुगर मिल गेट पर एकत्रित हुए। इस दौरान उन्होंने गन्ना भुगतान न होने पर रोष प्रकट किया।
कहा कि वर्ष 2017-18 का पेराई सत्र भी बंद हो गया है, लेकिन किसानों का चीनी मिलों पर करोड़ों रुपये बकाया। कहा कि सरकार ने वादा किया था कि 14 दिन में गन्ने का भुगतान करा दिया जाएगा तथा बकाया धनराशि पर ब्याज सहित भुगतान किया जायेगा। लेकिन गन्ने का भुगतान न कराना दुर्भाग्यपूर्ण एवं किसान विरोधी चरित्र को उजागर करता है।
वक्ताओं ने कहा कि विगत वर्ष में आलू, गेहूं, धान के किसानों को अपनी उत्पादन लागत मूल्य न मिलने दसे निराशा हाथ लगी थी। दर्जनों किसान आर्थिक तंगी के कारण आत्म हत्या कर चुके हैं, परन्तु भाजपा सरकार ने कोई मदद नहीं की, जबकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समय समय पर सदन के माध्यम से किसानों की समस्याओं के समाधान की निरंतर मांग करते आ रहे हैं।
इस अवसर पर सपा नेताओं ने वर्तमान में गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर बकाया 15 हजार करोड़ रुपये बकाया है, जिसका भुगतान तत्काल कराया जाए, 14 दिन में भुगतान न होने की स्थिति ने ब्याज सहित भुगतान कराए जाने तथा भारत सरकार द्वारा 275 रुपये प्रति कुन्तल एवं लाभकारी मूल्य घोषित लागत के हिसाब से कम है की दरों में वृद्धि की जाने की मांग से सम्बन्धित मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डीएम के माध्यम से भेजा गया।
धरने में रमन कुमार गुर्जर, ब्रहमपाल सिंह, कृष्णपाल सिंह, विक्रम सिंह, ओमपाल, नूरहसन, सोनू यादव, कवरंपाल सिंह, मेहरबान, अनुज यादव, शमीम, सत्यवीर, अंकित, राजीव आदि सपा कार्यकर्ता और किसान रहे।