पेंशन नहीं बनने पर बुजुर्गों का तहसील में प्रदर्शन
एक ओर प्रदेश सरकार बुजुर्गो को मिलने वाली वृद्धावस्था व किसान पेंशन बढ़ाने का काम कर रही...
एक ओर प्रदेश सरकार बुजुर्गो को मिलने वाली वृद्धावस्था व किसान पेंशन बढ़ाने का काम कर रही है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते जनपद के बुजुर्ग पेंशन बनने के बाद भी इंतजार कर रहे है तो वहीं दूसरीओर कुछ ऐसे भी है जो पेंशन बनवाने के लिए विभागीय कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है।
मंगलवार को तहसील में पहुंचे शहर के बुजुर्गो ने पेंशन बनवाने व दिलवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।बागपत निवासी अब्दुल वहीद, अजीज, सीता, खतीजा, रिहाना, मो. साबिर, राजबीरी ने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें मंगलवार को तहसील में पेंशन संबंधी समस्याओं का समाधान कराने के लिए अधिकारी के बैठने की जानकारी दी। जिसके चलते वे तहसील में पहुंच गए।
जिसमे सीता, अब्दुल वहीद सहित अन्य ने बताया कि पिछले एक साल से पेंशन बनवाने के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है, लेकिन अभी तक पेंशन नहीं बनी। इसके अलावा राजबीरी ने बताया कि उसकी पेंशन बन चुकी है, लेकिन अभी तक खाते में नहीं डाली गई। जिसके चलते वह कार्यालयों के चक्कर लगा रही है।
उन्होंने पेंशन दिलवाने की मांग की।पेंशन बढ़ने से बुजुर्गो में खुशीकेंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा वृद्धावस्था व किसान पेंशन 400 से बढ़ाकर 500 रुपये किए जाने से बुजुर्गो व किसानों में खुशी की लहर है। जनपद में वृद्धावस्था व किसान पेंशन के लाभार्थियों की संख्या 17 हजार से अधिक है। जिन्हें पेंशन देने में प्रदेश व केंद्र सरकार का अभी तक 68 लाख रुपये से अधिक खर्च होता था, लेकिन अब 85 लाख रुपये से अधिक खर्च होगा।
वहीं सरकार की ओर से पेंशन की धनराशि बढ़ाए जाने से बुजुर्गो व किसानों में खुशी का माहौल है। इस बारे में बागपत शहर निवासी राजेंद्र, धर्मपाल, जयकिशन आदि का कहना है कि पेंशन की धनराशि में बढ़ोतरी सरकार की अच्छी पहल है।