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55 घंटे प्रतिबंध को लेकर बाजारों में उमड़ी भीड़

जनपद में कोविड-19 संक्रमण व संचारी रोगों की रोकथाम के लिए शुक्रवार की रात्रि 10 बजे से 13 मार्च की सुबह 5 बजे तक कई प्रकार के गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया...

55 घंटे प्रतिबंध को लेकर बाजारों में उमड़ी भीड़
हिन्दुस्तान टीम,बागपतSat, 11 Jul 2020 03:13 AM
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जनपद में कोविड-19 संक्रमण व संचारी रोगों की रोकथाम के लिए शुक्रवार की रात्रि 10 बजे से 13 मार्च की सुबह 5 बजे तक कई प्रकार के गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी कार्यालय, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली पैठ एवं बाजार पूर्ण रूप से बंद रखे जाएंगे।

ऐसे में शुक्रवार को सुबह 9 बजे के बाद दोपहर 12 बजे तक बाजार में खरीददारी के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। शुक्रवार की रात्रि 10 बजे से लेकर 13 जुलाई की सुबह 5 बजे तक करीब 55 घंटे तक लगातार कई प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से बाजार में खरीदारी के लिए भीड़ लगी रही। सबसे ज्यादा भीड़ किराने की दुकानें पर देखने को मिली।

इसके अलावा फल और सब्जी के दुकानों पर भी लोगों ने खूब खरीदारी की जिससे कि बाजार बंदी के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। हालांकि इस दौरान बाजार में कहीं पर सोशल डिस्टेंस का पालन होते हुए नहीं दिखाई दिया। अधिकांश लोग बिना मास्क घुमते नजर आए।

पुलिस की सख्ती के चलते सुबह दुकान नहीं खोल पाए अधिकांश दुकानदार

कोरोना महामारी के दरम्यान लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने की वजह से बाजार के कई हिस्से कंटेनमेंट जोन में शामिल हैं। ऐसे में बाजार खोलने के लिए रोस्टर की व्यवस्था की गई है। इसके लिए सुबह 9 बजे से सांय 7 बजे तक दुकानें खोलने के आदेश दिए गए हैं लेकिन अधिकांश सुबह 6 बजे से ही दुकान खोलकर बैठ जाते थे।

शुक्रवार की सुबह अधिकांश दुकानदार पुलिस की सख्ती के चलते समय से पहले दुकान नहीं खोल पाए। उन्हें दुकान खोलने के लिए सुबह 9 बजे तक दुकान खोलने के लिए इंतजार करना पड़ा।

शाम 7 बजे के बाद नहीं दिखी चहल-कदमी

बागपत बाजार में शाम 7 बजे के बाद दुकानें बंद हो गई। लोगों का चहलकदमी देखने को नहीं मिला। दुकानदारों ने भी शासन-प्रशासन के सख्ती के बाद नियमों का पालन करते हुए दिखाई दिए।

किस बाजार का क्या हाल

बाजार में सिर्फ किराने की दुकानों पर ही ग्राहकों की भीड़ रही। जबकि इलेक्ट्रोनिक, कपड़ा, रेडिमेड शोरूम, जूते-चप्पले, बर्तन सहित मोबाइल की दुकानों पर कहीं कोई भीड़ देखने को नहीं मिली।

क्या बोले व्यापारी

हौजरी के सामानों पर ही हुई 5 से 7 फीसदी की बढ़ोत्तरीरेडिमेड कपड़ों के व्यापारी उदय चौहान का कहना है कि पिछले साढ़े तीन माह में मुश्किल से 15 दिन ही दुकानें खुल पाई है। ग्राहक बहुत कम निकल रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। ऑनलाइन बिजनेस होने की वजह से भी रिटेलरों को दिक्कतें हो रही है। इस समय थोक में हौजरी के कपड़े पर 5 से 7 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी गई है जिस वजह से रिटेल में हौजरी के कपड़े के दाम बढ़े हैं।

इलेक्ट्रोनिक सामानों के दामों भी इजाफाइलेक्ट्रोनिक सामानों के विक्रेता प्रदीप जैन का कहना है कि बाजार में इलेक्ट्रोनिक सामानों की बिक्री काफी कम हो गई है। एक तरह से कहा जाए तो सिर्फ 30 फीसदी मार्केट रह गई है। उसमें भी हरेक सामान पर 8 फीसदी तक दाम बढ़ा दिए गए हैं। देखा जाए तो व्यापारियों के सामने कोरोना काल में व्यापार करना काफी मुश्किल हो गया है।

मोबाइल बाजार में महंगाई का तड़कामोबाइल विक्रेता पीयूष जैन का कहना है कि महंगाई की मार हरेक बाजार में है। मोबाइल कंपनियों ने भी अपने-अपने प्रॉडक्ट के रेट बढ़ा दिए हैं। 8 से 12 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी गई जबकि बाजार में मोबाइल खरीदने के लिए ग्राहक नहीं है। ऐसे में कारोबार करना मुश्किल हो गया है।

खाद्य पदार्थों के दामों में बहुत ज्यादा अंतर नहींकिराना व्यापारी राजीव गुप्ता का कहना है कि खाद्य पदार्थों में बहुत ज्यादा अंतर नहीं आया है। सिर्फ तेल और रिफांइड के दाम में 10 रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। दाल, चावल व आटे के दाम स्थिर हैं और पुराने रेट भी ग्राहकों को सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। बाजार में खाद्य पदार्थों की कोइ कमी नहीं है।

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