गांव की गलियों से शहर की पॉश कालोनी तक पहुंचा कोरोना
जिले में कोरोना वायरस गांव की गलियों से निकलकर शहर की पॉश कालोनियों तक पहुंच चुका...
जिले में कोरोना वायरस गांव की गलियों से निकलकर शहर की पॉश कालोनियों तक पहुंच चुका है। बागपत के साथ ही बड़ौत और खेकड़ा शहर की कई नामी कालोनियों में कोरोना से संक्रमित रोगी मिल चुके है। जिससे उनमें रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
बता दें कि जिलेभर में अब तक 274 कोरोना संक्रमित रोगी मिल चुके हैं।देश में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं मिल रहा है। बागपत में भी कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है। अब तक जिलेभर में 274 कोरोना संक्रमित रोगी मिल चुके है। जिनमें से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि बागपत में कोरोना का पहला केस गत 26 मार्च को सरूरपुर गांव में मिला था।
इसके बाद अप्रैल माह में 13 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। इनमें अधिकतर रोगी जमाती थे। इसके बाद मई माह में 30 कोरोना संक्रमित रोगी मिले, लेकिन अनलॉक-1 ने जिले में कोरोना का ग्राफ तेजी के साथ बढ़ाया। 1 जून से 30 जून तक जिले में 230 कोरोना संक्रमित रोगी मिले, जबकि 4 कोरोना संक्रमितों की अकाल मौत हुई।बता दें कि इस दौरान गांव की गलियों से निकलकर कोरोना वायरस ने शहर की पॉश कालोनियों में भी अपनी जड़ें जमाई।
बागपत के साथ ही बड़ौत और खेकड़ा शहर की कई पॉश कालोनियों में 15 से अधिक कोरोना संक्रमित मिले। इन पॉश कालोनियों में बागपत की सिटी प्लाजा, मुन्ना लाल इन्क्लेव, मेरठ रोड, बड़ौत की गुराना रोड, वर्धा कालोनी और खेकड़ा की चेयरमैन वाली गली और पाठशाला रोड शामिल है। इसके अलावा जिलेभर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमितों का मिलना लगातार जारी है।
कोरोना का सबसे अधिक प्रकोप बड़ौत और खेकड़ा क्षेत्र के गांवों में देखने को मिल रहा है। सीएमओ बागपत डा. आरके टन्डन का कहना है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे है। 2 जुलाई से डोर-टू-डोर अभियान चलेगा। स्वास्थ्य विभाग की 600 टीमें घर-घर जाकर कोरोना संक्रमितों को तलाशेंगी।