लॉकडाउन में कुपोषण से भी जंग जीतेंगे बच्चे और महिलाएं
वैश्विक महामारी बन चुकी होरोना वायरस के संक्रमण की बीमारी से लड़ाई के साथ बागपत जनपद के बच्चे और महिलाएं कुपोषण को भी घर में रहकर मात...
वैश्विक महामारी बन चुकी होरोना वायरस के संक्रमण की बीमारी से लड़ाई के साथ बागपत जनपद के बच्चे और महिलाएं कुपोषण को भी घर में रहकर मात देंगे। जिसके चलते बागपत जनपद में चिन्हित किए गए छह माह से 3 साल तक के 38137 बच्चे, गर्भवती महिलाएं 10112 व धात्री महिलाओं की संख्या 9805 को पोषाहार के तीन-तीन पैकेट डोर-टू-डोर जाकर दिए जाएंगे। जिसका ब्लाक स्तर पर सर्वे होने के बाद वितरण शुरू कर दिया जाएगा।
कोरोना वायरस की महामारी के कारण चल रहे लॉकडाउन में लोग घरों में सिमटे हुए है तो वहीं मार्च माह के साथ वित्तीय वर्ष भी समाप्त हो गया। कोरोना वायरस के कहर के चलते कुपोषण से बचाव के लिए वितरित होने वाला पोषाहार भी वितरित नहीं कराया जा सका।
इसके चलते अब शासन से बागपत जनपद में छह माह से 3 साल तक के 38137 बच्चों को नमकीन, मीठा दलिया और मिक्स लड्डू के तीन-तीन पैकेट वितरित किए जाएंगे। चिन्हित की गई 10112 गर्भवती महिलाओं व 9805 धात्री महिलाओं को भी तीन-तीन पैकेट वितरित कराए जाएंगे। शासन से पोषाहार के पैकेट आवंटित होने के बाद बागपत के सभी ब्लाक स्तर से इनका सर्वे होगा और सबकुछ ठीक मिलने के बाद के बाद जिले में संचालित 1338 आंगनबाड़ी सेंटरों से डोर-टू-डोर पोषाहार वितरण कराया जाएगा। किसी को भी सेंटर पर आने की अनुमति नहीं दी है और न ही किसी कार्यकत्री को सेंटर खोलने के निर्देश है।
कार्यकत्रियां घर-घर जाकर अपने क्षेत्र के बच्चों, महिलाओं को तीन-तीन पैकेट वितरित करेंगी। इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन कुमार मैत्रेय ने बताया कि रोस्टर तैयार होने के बाद तीन दिन में पोषाहार वितरित करा दिया जाएगा। जिससे बच्चे और महिलाएं घर के अंदर रहकर कोरोना के साथ कुपोषण को भी मात देंगी।