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छपरौली के लविश की लखनऊ में सिर काटकर हत्या

मोहनलालगंज में जिस युवक की हत्या कर सिर और धड़ अलग-अलग जगह ठिकाने लगाया गया...

छपरौली के लविश की लखनऊ में सिर काटकर हत्या
हिन्दुस्तान टीम,बागपतWed, 20 May 2020 02:12 AM
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मोहनलालगंज में जिस युवक की हत्या कर सिर और धड़ अलग-अलग जगह ठिकाने लगाया गया था, उसकी पहचान बागपत के छपरौली थानाक्षेत्र के रठोडा निवासी लवीश सिंह उर्फ जॉनी के रूप में हुई है। लॉकडाउन के चलते वह गोमतीनगर विस्तार में अपने दोस्तों के साथ फ्लैट में रह रहा था।

शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि लवीश के दोस्तों ने ही उसकी हत्या करके शव अपने मालिक के फार्म हाउस के पास फेंक दिया था। फार्म हाउस से खून लगा फावड़ा मिलने पर हत्याकाण्ड की कड़ियां जुड़ने लगीं। फिलहाल मुख्य संदिग्ध बागपत निवासी अनिल और सौरभ फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस की एक टीम आगरा और दूसरी नोएडा गई है।

एसीपी संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि लवीश ने बड़ौत के एक कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था। वह दिल्ली में अपने बड़े भाई सचिन सिंह के साथ रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था। गोमतीनगर के नेहरू इन्क्लेव निवासी प्रॉपर्टी डीलर प्रदीप चौधरी का ड्राइवर अनिल और लवीश आपस में दोस्त थे।

अनिल के बुलाने पर वह लॉकडाउन के दौरान लखनऊ आ गया था। तब से वह अनिल और प्रदीप के कर्मचारी सौरभ के साथ गोमतीनगर विस्तार के खरगापुर स्थित उनके फ्लैट में रह रहा था। पुलिस का दावा है कि 16 मई की रात को किसी बात को लेकर हुए विवाद में अनिल और सौरभ ने लवीश की हत्या की। फिर शव के टुकड़े करके अपने मालिक प्रदीप चौधरी के फार्म हाउस के पास ठिकाने लगा दिया था।

खून लगे फावड़े से मिला सुराग

एसीपी ने बताया कि घटनास्थल के पास आधा दर्जन बड़े फार्म हाउस हैं। पुलिस ने बारी-बारी से वहां जाकर पड़ताल शुरू की। इस क्रम में पुलिस टीम प्रदीप कुमार चौधरी के फार्म हाउस पर पहुंची। वहां एक फावड़ा मिला, जिस पर खून लगा हुआ था। इसके बारे में फार्म हाउस के चौकीदार सोनू से पूछताछ की गई तो घटना की कड़ियां जुड़ने लगीं। सोनू ने पुलिस को बताया कि 16 मई की रात को मालिक के ड्राइवर अनिल और कर्मचारी सौरभ स्कार्पियो गाड़ी से फार्म हाउस पर आए थे। उन लोगों ने यहां नहाया था और गाड़ी भी धुली थी।

फार्म हाउस मालिक ने तस्वीर देख पहचाना

चौकीदार का बयान लेने के बाद पुलिस ने प्रदीप चौधरी से संपर्क किया। उन्हें मृतक की तस्वीर दिखाई गई, जिसे देखकर उन्होंने लवीश के रूप में पहचान की। प्रदीप ने पुलिस को अनिल और लवीश की दोस्ती के बारे में बताया। इसके बाद प्रदीप ने ड्राइवर अनिल को फोन करके लवीश से बात कराने को कहा तो वह बहाना बनाने लगा।

प्रदीप के दबाव बनाने पर अनिल ने खुद लवीश बनकर उनसे बात करके गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन, प्रदीप को संदेह हो गया कि यह लवीश की आवाज नहीं है। इस पर उन्होंने वीडियो कॉल करने को कहा तो आरोपियों ने अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिए।

प्रधान प्रत्याशी ने बताया मृतक का पता

प्रदीप चौधरी ने पुलिस को बताया कि लवीश और अनिल पास के गांव के रहने वाले हैं। इस पर पुलिस ने बागपत के छपरौली थाने की पुलिस को लवीश की फोटो भेजी। छपरौली पुलिस ने वहां के एक प्रधान प्रत्याशी की मदद से लवीश का पता ढूंढ निकाला, जिसके बाद उसके परिवारीजनों को घटना की सूचना दी गई।

मंगलवार दोपहर रिश्तेदारों के साथ लखनऊ पहुंचे भाई सचिन ने कपड़े और शव देखकर उसकी पहचान कर ली। पुलिस ने सचिन से लवीश और अनिल के बीच कोई विवाद होने की बात पूछी तो उसने जानकारी होने से मना कर दिया।

फ्लैट छोड़कर फरार हुए आरोपी

इंस्पेक्टर ने बताया कि अनिल, सौरभ और लवीश गोमतीनगर विस्तार के खरगापुर स्थित प्रदीप चौधरी के फ्लैट में रह रहे थे। सारी जानकारी एकत्रित करने के बाद पुलिस वहां पहुंची तो फ्लैट में ताला लटका मिला। पूछताछ में सामने आया कि 16 मई की रात को फ्लैट से झगड़े की आवाज आ रही थी।

इस पर सोसाइटी के लोगों ने प्रदीप को फोन करके शिकायत भी की थी। वहीं, प्रदीप का कहना है कि शिकायत मिलने पर उन्होंने अनिल को फोन किया था। इस पर उसने मौज-मस्ती करने की बात बताई थी और हंगामा न करने का आश्वासन दिया था। माना जा रहा है कि उसी झगड़े के बाद आरोपियों ने लवीश की हत्या की होगी।

आगरा में ट्रक ड्राइवर के पास छोड़ा मोबाइल

डीसीपी ने बताया कि मंगलवार सुबह लवीश का मोबाइल फोन ऑन हुआ। घरवालों के फोन करने पर किसी ट्रक ड्राइवर ने कॉल रिसीव की। उसने बताया कि दो लोगों ने उससे लिफ्ट ली थी और यह मोबाइल उसकी गाड़ी में ही छोड़ दिया था। ड्राइवर ने बताया कि वह आगरा में है और मोबाइल सौंप देगा। वहीं, आरोपियों की लोकेशन नोएडा में मिली है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम रवाना की गई हैं।

लविश की हत्या से परिवार में मचा कोहराम

बड़ौत। राठौड़ा गांव के रहने वाले लविश की लखनऊ के मोहनलाल गंज में हत्या कर दी। इसकी सूचना जब राठौड़ा में उसके घर पहुची तो परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। उनके घर सांत्वना देने वालो का तांता लग गया।

लविश के पिता पूर्व फौजी इंद्रपाल परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मोहनलाल गंज के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा कि लविश की हत्या का आरोपी अनिल रमाला थाना क्षेत्र के ककड़ीपुर गांव का रहने वाला है। एक मामले में जमानत पर बाहर आने के बाद वह तारीख पर नही गया। पुलिस ने उसके खिलाफ 83 की कार्रवाई की थी। अनिल पर रमाला,बिनौली,बड़ौत, छपरौली थानों में विभिन्न मामले दर्ज है।

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