छह फर्जी स्टाफ नर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज, जांच शुरू
बागपत के आयुष विभाग में फर्जी हस्ताक्षर वाले नियुक्ति पत्र और कूटरचित दस्तावेजों के जरिए नौकरी करने वाली छह संविदा स्टाफ नसों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया...
बागपत के आयुष विभाग में फर्जी हस्ताक्षर वाले नियुक्ति पत्र और कूटरचित दस्तावेजों के जरिए नौकरी करने वाली छह संविदा स्टाफ नसों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। एसीएमओ की तहरीर पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। विवेचक ने सीएमओ सहित कई अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए।
एनएचएम मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंर्तगत मुख्य चिकित्साधिकारी बागपत के कार्यालय में माह मार्च, मई, जून, सितंबर और अक्तूबर में संविदा स्टाप संविदा नर्स की नियुक्तियां निकली थी। चिंदौड़ी मेरठ की इंदू रानी, वंदना निवासी बौढ़ा बड़ौत, अलका निवासी बड़ौत, अनिता कुमारी निवासी रोहटा रोड निवासी मेरठ, ताहिरा बानो निासी डिडौली अमरोहा और अंजू निवासी लल्लापुरा मेरठ ने संविदा स्टाफ नर्स के लिए आवेदन किया था।
इन सभी ने जनरल मैनेजर एचआर नेशनल हेल्थ मिशन लखनऊ के फर्जी हस्ताक्षर के जरिए और कूटरचित दस्तावेजों के जरिए नियुक्ति पत्र तैयार कराया और नियुक्ति प्राप्त की थी। जिसके बाद इंदू रानी को बड़ौत, वंदना को छपरौली, अलका को बड़ौत, अनिता को बिनौली, ताहिरा बानो को पिलाना और अंजू को खेकड़ा के सामुदायिक केंद्रों पर तैनात कर दिया गया था।
जांच में इन सभी के नियुक्ति पत्र और दस्तावेज फर्जी पाए गए थे। जिस पर एसीएमओ डा. एसपी सिंह ने गत दिवस बागपत कोतवाली पर इन सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कोतवाली प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि फर्जी नियुक्ति पत्र और कूटरचित दस्तावेजों के जरिए नौकरी पाने वाली सभी संविदा स्टाफ नर्सों के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे के विवेचक ने सीएमओ डा. जितेंद्र वर्मा और मुकदमे के वादी डा. एसपी सिंह आदि अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।