ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश बागपतरेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर में होती है भक्तों की सभी मुरादें पूरी

रेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर में होती है भक्तों की सभी मुरादें पूरी

रेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर, जहां श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्र में यहां से विशाल शोभायात्रा निकाली...

रेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर में होती है भक्तों की सभी मुरादें पूरी
हिन्दुस्तान टीम,बागपतMon, 19 Apr 2021 10:20 PM
ऐप पर पढ़ें

रेलवे स्टेशन दुर्गा मंदिर, जहां श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्र में यहां से विशाल शोभायात्रा निकाली जाती है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पर पहुंचते हैं।

रेलवे स्टेशन बड़ौत के परिसर में स्थित इस मंदिर की स्थापना 1923 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसी व्यापारी द्वारा की गई थी। उस समय मंदिर की स्थापना शिवालय के रूप में हुई थी। यहां पर विराजित किया गया शिवलिंग काफी प्राचीन हैं और प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक करने के लिए सैंकडों श्रद्धालुओं की यहां पर भीड़ उमड़ती है। वर्तमान में मंदिर के पुरोहित आकाश भारद्वाज ने जानकारी देते हुए बताया कि 50-55 साल पहले रेलवे स्टेशन बड़ौत के एक अधिकारी जोकि रेलवे कालोनी में ही परिवार के साथ निवास करते थे, उनकी पत्नी को रात्रि के समय स्वप्न में मां दुर्गा के दर्शन हुए। उनकी पत्नी ने स्वप्न में मां दुर्गा को देखे जाने की बात रेलवे अधिकारी को बताई तो दोनों के प्रयास से मंदिर इस मंदिर में मां भगवती की प्रतिमा को वैदिक मंत्रोचारण के साथ प्रतिष्ठित किया गया। मां दुर्गा की इस प्रतिमा को ध्यान में रखकर जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से पूजा अर्चना करता है, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

पुरोहित आकाश भारद्वाज ने बताया कि मां भगवती की इस प्रतिमा को स्व. पंडित राजेश्वर प्रसाद द्वारा प्रतिष्ठित कराया गया था। स्व. पंडित कमल शंकर स्वामी इस मंदिर के संस्थापक रहे जिनके निर्देशन में काफी समय तक श्रद्धालु यहां पर पूजा अर्चना करते रहे। प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्र में दुर्गा अष्टमी के दिन मंदिर से एक विशाल एवं भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। शोभायात्रा में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों द्वारा भव्य झांकियां निकाली जाती है जिन्हें देखने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां पर पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 30 साल पहले मंदिर में शारदीय नवरात्र के दौरान मां वैष्णो देवी का ठीक वैसा ही दरबार बनाया गया था जैसा जम्मू कश्मीर के कटरा में है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें