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मप्र से लाए गए बागपत के 12 श्रमिक, क्वारंटाइन सेंटर भेजे

मध्य प्रदेश के बैतूल जनपद में कोल्हू पर काम करने वाले बागपत जनपद के 12 श्रमिक शुक्रवार को रोडवेज बस से बागपत लाया...

 मप्र से लाए गए बागपत के 12 श्रमिक, क्वारंटाइन सेंटर भेजे
हिन्दुस्तान टीम,बागपतSat, 02 May 2020 01:01 AM
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मध्य प्रदेश के बैतूल जनपद में कोल्हू पर काम करने वाले बागपत जनपद के 12 श्रमिक शुक्रवार को रोडवेज बस से बागपत लाया गया। जिनका बागपत सीएचसी पर स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद स्यादवाद इंस्टीट्यूट में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया। सभी श्रमिकों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।

कोरोना वायरस से चल रही जंग में जारी लॉकडाउन में मध्य प्रदेश के बैतुल जनपद में फंसे बागपत जिले के12 श्रमिक शुक्रवार को बागपत लाए गए। जहां पहुंचते ही मजदूरों ने बताया कि सभी मध्य प्रदेश के बैतूल में कोल्हू का संचालन करते थे, जो कोरोना वायरस का कहर शुरू होने के कारण बंद हो गया। जिसके बाद उन्हें खानपान की दिक्कतें होने लगी, जिसके चलते उन्होंने गृहजनपद आने का प्रयास भी किया, लेकिन बस, ट्रेन बंद होने के कारण कामयाब नहीं हो सके। जिसके बाद उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पर फोन कर घर भिजवाने की मांग की।

सीएम योगी आदित्यनाथ का आदेश जारी होने के बाद दो दिन पहले वे बस में बैठकर बागपत के लिए रवाना हुए और शुक्रवार को बागपत पहुंच गए। सभी मजदूरों का बागपत सीएचसी पर अधीक्षक डा. विभाष राजपूत की देखरेख में थर्मल स्क्रीनिंग से स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, जहां सबकुछ ठीकठाक मिलने के बाद उन्हें स्यादवाद इंस्टीट्यूट में बने क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।

ये मजदूर आए वापस

मध्य प्रदेश के बैतूल जनपद में कोल्हू पर काम करने वाले श्रमिकों में 11 पुरुष और एक महिला शामिल है। जो देशपाल पुत्र जयसिंह, सुमित कुमार पुत्र देशपाल, राहुल पुत्र देशपाल निवासीगण गुराना, अंकित पुत्र ओमवीर सिंह निरपुड़ा, प्रदीप कुमार पुत्र धर्मवीर सिंह, सोनू कुमार पुत्र धर्मवीर सिंह, बाबू पुत्र ओमवीर सिंह, अनिल पुत्र ओमबीर, अमरेश पत्नी ओमवीर निवासीगण हलालपुर, अंकित कुमार पुत्र तिरसपाल सिंह मलकपुर, रवि कुमार पुत्र ब्रहमसिंह बावली है।

भूखे मरने की आ गई थी नौबत

मध्य प्रदेश से लौटे श्रमिकों ने बताया कि लॉकडाउन शुरू होने के बाद उन्हें खुलने की आसार लग रहे थे, लेकिन कोरोना वायरस का कहर कम नहीं हुआ। बताया कि लॉकडाउन में जमापुंजी खत्म होने के बाद उन्हें घर की याद आने लगी। बताया कि अब तो भूखे मरने की नौबत आ गई थी। उन्होंने सीएम की पहल का आभार जताया।

सभी श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया, जो पूर्णत: स्वस्थ्य मिले। अब उन्हें स्यादवाद इंस्टीट्यूट में बने क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए भेजा गया है। क्वारंटाइन पूर्ण होने के बाद सभी श्रमिकों को घर भेज दिया जाएगा।

-डा. विभाष राजपूत, सीएचसी अधीक्षक बागपत।

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