कछला पर कम हुआ जलस्तर, अब उसहैत बाढ़ दिखायेगी असर
गंगा नदी के जलस्तर में बुधवार से गिरावट होना शुरू हो गयी। कछला पर शाम तक 30 सेमी जलस्तर कम रिकार्ड किया गया, लेकिन फिर भी गंगा नदी खतरे के निशान से...
सहसवान/उसहैत। गंगा नदी के जलस्तर में बुधवार से गिरावट होना शुरू हो गयी। कछला पर शाम तक 30 सेमी जलस्तर कम रिकार्ड किया गया, लेकिन फिर भी गंगा नदी खतरे के निशान से 45 सेमी ऊपर बह रही है। हरिद्वार, बिजनौर, नरौरा से डिस्चार्ज कम कर दिया गया है। उसहैत क्षेत्र में आज से बढ़े हुये जलस्तर का असर दिखायी देगा।
उफनाई गंगा में अब जलस्तर कम होने लगा है, लेकिन बाढ़ के हालात अगले तीन चार दिन बने रहेंगे। आज से उसहैत क्षेत्र में देखने को मिलेगा। कछला पर बाढ़ का पानी जरूर कम हुआ है, लेकिन उसहैत के निचले इलाके में अब बाढ़ अपना रौद्र रूप दिखायेगी। उसहैत के ग्योड़ी नगला,कमलू नगला, ठकुरी नगला, रैपुरा कदम नगला, हिम्मत नगर बझेड़ा, टिकाई खाम, पटे नगला, भकरी, बेहटी,कमलईयापुर,जटा, प्रेमी नगला, अहमदनगर बछौरा, असमया रफतपुर चेतराम नगला पूरी तरह से अब बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं, वहीं कुछ गांवों में आज अंदर तक बाढ़ का पानी पहुंच जायेगा। ऐसे में तहसील प्रशासन एवं बाढ़ खंड के अधिकारियों ने बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों के लोगों से सर्तक रहने को कहा है। बाढ़ खंड के एक्सईएन उमेश चंद्रा ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर कम होने लगा है, लेकिन उसहैत क्षेत्र में पानी बढ़ रहा है, फिलहाल कुछ दिनों तक बाढ़ के हालत बने रहेंगे।
जागकर काटी रात
सहसवान के खागी नगला, बीरसहाय नगला, तौफी नगला समेत कई गांवों में चार दिन से बाढ़ अपना असर दिखा रही थी, मंगलवार रात बाढ़ के पानी का दवाब अधिक था। ऐसे में इन गांवों के ग्रामीणों ने रात जागकर काटी। इसके साथ ही बच्चों की भी विशेष निगरानी रखी। ग्रामीण छतों पर शरण लिये रहे।
एक्सईएन ने देखे बांध
बाढ़ खंड का पूरा ध्यान बांधों की सुरक्षा को लेकर है। बुधवार को बाढ़ खंड एक्सईएन उमेश चंद्रा ने उसहैत, उसावां बांध के अलावा महावा बांध का निरीक्षण किया। एक्सईएन ने कर्मचारियों से बांधों की शतत निगरानी को कहा। एक्सईएन ने बताया कि बांध सब सुरक्षित हैं।
बुधवार को इतना छोड़ा गया पानी
नरौरा- 72,172 क्यूसेक,
बिजनौर- 43,957 क्यूसेक
हरिद्वार- 65,202 क्यूसेक
कछला पर नदी का गेज-162.45 सेमी
