नूरे खुदा करम की नजर हो मौला मेरी दुआ में असर हो...
नूरे खुदा करम की नजर हो मौला मेरी दुआ में असर हो..., कस्बे में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मातमी और छुरियों का जुलूस निकाला...
नूरे खुदा करम की नजर हो मौला मेरी दुआ में असर हो..., कस्बे में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए मातमी और छुरियों का जुलूस निकाला गया।
सैंकड़ों लोग मातम करते चल रहे थे। सोगवारों ने खुद को जंजीरों व छुरियों से लहूलुहान कर उनकी शहादत को सलामी दी। जुलूस को देखने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं व बच्चे घरों की छत पर मौजूद रहे। जुलूस जैसे-जैसे आगे बढ़ता उतना ही लोगों को काफिला बढ़ता जा रहा है।
जुलूस में सोगवारों ने कई करतब भी दिखाए। पैगंबर साहब के नवासों की शहादत को याद करते हर कोई नम आखों से मन्नते मांगता और दुआ कर रहा था। जुलूस को देखते हुए पुलिस बल मुस्तैद दिखाई दिया। जुलूस में शामिल कई अखाड़ेबाजों ने करतब दिखाकर हर किसी को हैरत में डाल दिया।
छड़ी व अलम देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। देर रात ताजियों को बहजोई रोड स्थित ईदगाह परिसर में दफन किया जाएगा। मोहल्ला चौक की मातमपुर्सी एवं ग्राम लश्करपुर ओईया का ताजिया जबरदस्त रहा।