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झोलाछाप हत्याकांड का बीस हजारी हत्यारोपी गिरफ्तार

बिनावर थाना पुलिस ने झोलाछाप हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे 20 हजार के इनामी हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड में 10 अक्टूबर को पुलिस टीम दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। तीन...

झोलाछाप हत्याकांड का बीस हजारी हत्यारोपी गिरफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,बदायूंThu, 17 Oct 2019 01:22 AM
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बिनावर थाना पुलिस ने झोलाछाप हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे 20 हजार के इनामी हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड में 10 अक्टूबर को पुलिस टीम दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। तीन सगे भाई सहित चार लोगों ने अवैध संबंधों के चलते झोलाछाप की निर्मम हत्या की थी और गुप्तांग को काट दिया था।

बिनावर थानाध्यक्ष हरिभान सिंह राठौर के मुताबिक 27/28 मई की रात्रि सिंगरौरा में क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप राजाराम पुत्र चुन्नी लाल निवासी मूलता निवासी गांव गनेशपुर थाना आंवला जनपद बरेली की निर्मम हत्या कर दी गई थी। 28 मई की सुबह गांव सिंगरौरा व भटौली के मध्य झोलाछाप की लाश मिली था। पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर पर अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी थी। 10 अक्टूबर को पुलिस टीम ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए वीर सिंह एवं महावीर सिंह पुत्रगण हरदयाल निवासी सिंगरौरा को घटपुरी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन का इंतजार करते हुए गिरफ्तार कर लिया था। जिनकी निशान देही से पुलिस ने आलाकत्ल झोलाछाप की कैंची बरामद की थी। आरोपियों से पूछताछ की गई तो हत्याकांड में ओमपाल पुत्र हरदयाल एवं वीरपाल पुत्र टोड़ी राम के नाम भी प्रकाश में आए। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने उक्त दोनों पर 20-20 हजार का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस ने बुधवार को फरार हत्यारोपी ओमपाल को विजयनगला तिराहे से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने ओमपाल को कोर्ट के समक्ष पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है। ये थी हत्या की वजहपुलिस के मुताबिक मृतक झोलाछाप गांव सिंगरौरा में क्लीनिक चलाता था। वह रोजाना बरेली से यहां क्लीनिक पर आता जाता था। इसी बीच झोलाछाप के उक्त आरोपियों में से वीर सिंह की पत्नी से संबंध हो गए। जब इस बात का पता वीर सिंह को हुआ, तो उसने झोलाछाप के हत्या की ठान ली। वीर सिंह ने अपने भाई महावीर, ओमपाल और वीरपाल के साथ झोलाछाप के हत्या की सजिश रची और उसे रास्ते में घेरकर उसकी ही कैंची से गोदकर हत्या कर दी। पुलिस अब चौथे साथी वीर पाल की तलाश में जुट गई है।

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