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ट्रैकमेन की सर्तकता से उझानी में टला रेल हादसा

मध्य रात्रि कासगंज-मथुरा रेलवे लाइन पर बदायूं-उझानी के मध्य अचानक रेल ट्रैक टूटने की सूचना से रेल विभाग में हड़कंप मच गया। पटरी टूटकर दो हिस्सों में बंट...

ट्रैकमेन की सर्तकता से उझानी में टला रेल हादसा
हिन्दुस्तान टीम,बदायूंSat, 19 Jan 2019 12:49 AM
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मध्य रात्रि कासगंज-मथुरा रेलवे लाइन पर बदायूं-उझानी के मध्य अचानक रेल ट्रैक टूटने की सूचना से रेल विभाग में हड़कंप मच गया। पटरी टूटकर दो हिस्सों में बंट गई।

उसी बीच कासगंज की ओर से आ रही माल गाड़ी को उझानी स्टेशन पर कंट्रोल को सूचना देकर खड़ा करा दिया गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद रेल पटरी सही करने के बाद मालगाड़ी को रवाना किया गया।गुरुवार की रात ट्रैक मेन फखरे आलम डियूटी पर पैट्रोलिंग कर रहा था। तभी रात 1 बजे के लगभग उसने किलोमीटर 372 पर गठौना गांव के पास रेल पटरी को टूटा देखा हो हैरत में पड़ गया।

ट्रैक मैन ने इसकी इज्जतनगर बरेली कंट्रोल, स्टेशन मास्टर, पीडब्लूआई, मेठ सहित सभी अधिकारियों को इसकी सूचना दी। रात के समय जानकारी मिले के बाद रेलवे विभाग में हड़ंकप मच गया। इसी समय कासगंज की ओर मालगाड़ी बरेली की ओर जा रही थी। इसको लेकर अधिकारी और ज्यादा चिंतित हो गए और आनन-फानन में समीपवर्ती उझानी स्टेशन पर कंट्रोल की सूचना पर खड़ा करा दिया गया।

मालगाड़ी रेलवे ट्रैक सही होने तक करीब एक घंटे तक स्टेशन पर खड़ी रही। सूचना पर मौके पर जेई ने ट्रैकमेन की सर्तकता के लिए पीठ थपथपाते हुए 600 रुपए का पुरस्कार देकर उत्साह बर्धन किया। रात में ही टूटे ट्रैक को बैल्डिंग कर सही कर उझानी स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी को निकाला गया। मालगाड़ी गुजरने के बाद ट्रैक को सही से चेक किया गया। जिससे कोई सवारी गाड़ी आने पर कोई हादसा न होने पाए। रेलवे ट्रैक सही होने पर रेलवे के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

रात भर ट्रैक की खबर लेते रहे अधिकारी

रेलवे अधिकारी गठौना के पास टूटे रेलवे ट्रैक की अपने अधीनस्थों से फोन पर जानकारी लेते रहे। रात ढ़ाई बजे जाकर रेलवे ट्रैक सही होने पर अधिकारियों ने फूली सांसों से राहत ली। रेलवे के मेठ ने बताया कि अगर ट्रैक मेन की चूक हो जाती तो बड़ा रेल हादसा हो सकता था। रात में नही थी कोई सवारी गाड़ीजिस समय रेलवे लाइन टूटी उस समय कोई सवारी गाड़ी नहीं थी।

अगर ट्रैकमैन की नजर टूटी पटरी पर नहीं पड़ती तो कोई बड़ा हादसा हाने से इंकार नहीं किया जा सकता। रेलवे के अधिकारियों सहित स्टेशन मास्टर सभी ट्रैकमैन की सर्तकता की तारीफ कर रहे हैं। ट्रैक मेन फखरे आलम ने बताया कि रेलवे ट्रैक को चेक करने की उसकी डियूटी है जिसे वह निभा रहा था।

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