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पुलिस के साये में हुआ महिला का अंतिम संस्कार

महिला की सड़क हादसे में मौत के बाद एक नेता के इशारे पर उपद्रवियों ने शव को शहबाजपुर छह सड़का बदायूं दिल्ली मार्ग पर रखकर तीन घंटे तक हंगामा करते हुए जाम...

पुलिस के साये में हुआ महिला का अंतिम संस्कार
हिन्दुस्तान टीम,बदायूंMon, 24 Sep 2018 12:29 AM
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महिला की सड़क हादसे में मौत के बाद एक नेता के इशारे पर उपद्रवियों ने शव को शहबाजपुर छह सड़का बदायूं दिल्ली मार्ग पर रखकर तीन घंटे तक हंगामा करते हुए जाम लगाया। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी उपद्रवियों को समझाने की कोशिश करते रहे।

इस बीच भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में एसडीएम, सीओ और कोतवाल की गाडि़यों को क्षतिग्रस्त कर दिया और आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस मामले में एसएसआई धर्मेंद्र कुमार की ओर से 17 नामजद और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। दूसरी ओर पुलिस के साये में महिला का अंतिम संस्कार कछला घाट पर हुआ है।

शुक्रवार की शाम माहेश्वरी कोल्ड स्टोरेज से काम करके घर वापस लौट रही शहबाजपुर निवासी अंगूरी 32 पत्नी स्व. जितेंद्र कुमार को कछला मार्ग पर बाइक ने टक्कर मार दी। महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस सम्बंध में महिला के परिजन की तहरीर पर बाइक चालक महेंद्र निवासी जिजाहट थाना मुजरिया के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।

महिला का शव शनिवार की शाम लगभग चार बजे पीएम हाउस से जब शहबाजपुर पहुंचा तब वहां मौजूद उग्र भीड़ ने शव को बदायूं-दिल्ली मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। दोनों ओर से सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे और तीन घंटे तक हाईवे बंद रहा। इस दौरान जाम लगा रही भीड़ को समझा रहे कोतवाल कुशलवीर सिंह, सीओ मुन्नालाल और एसडीएम संजय कुमार सिंह की भीड़ ने कोई बात सुनने को तैयार नहीं थी और भाजपा के एक नेता के मौके पर आने पर ही जाम खोलने पर अड़ी हुई थी।

पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के जाम खुलवाने के लिए किए जा रहे तमाम प्रयास विफल साबित हुए। भीड़ द्वारा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों पर पथराव करने तथा राष्ट्रीय राज्य मार्ग को अवैध रूप से बंद रखने के मामले में एसएसआई धर्मंद्र कुमार की ओर से 17 नामजद सहित 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

पुलिस नामजद आरोपियों को गिरफतार करने की योजना बना रही है।पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कारमहिला के शव को पुलिस की कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अंतिम संस्कार के लिए कछला घाट ले जाया गया। इस दौरान कल की हुई घटना से सबक लेकर अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह और आरबी शर्मा एडीएम प्रशासन कोतवाली में डेरा जमाए रहे।

जबकि सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह, सीओ बिसौली सर्वेंद्र सिंह और सीओ बिल्सी इरफान नासिर खान नगर में भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेते रहे। इसके अलावा नगर मुख्य चौराहे शहबाजपुर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात रही। बाद में सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह राघव, सीओ सर्वेंद्र सिंह शव के साथ अंतिम संस्कार तक साथ रहे।नहीं पहुंचे आंवला सांसदमहिला के परिजन शव को अपने घर पर रखकर भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के मौके पर पहुंचने का इंतजार करते रहे मगर सांसद कहीं व्यस्त होने के कारण मौके पर नहीं पहुंचे।

भाजपा सांसद के पहुंचने की सूचना पाकर भाजपा के कई स्थानीय स्तर के नेता मृतक महिला के घर पहुंच गए। जब सांसद नहीं आए तब दोपहर बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए कछला घाट को पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ले जाया गया।एसएसआई की ओर से दर्ज मुकदमा सहसवान कोतवाली में तैनात एसएसआई धर्मेंद्र कुमार ने भाजपा के नगर उपाध्यक्ष नन्हें कश्यप, बूथ अध्यक्ष महेंद्र कश्यप और यादराम, छवि, बंटी, वीरेश, चाहत, जीतू उर्फ जितेंद्र, मुकेश, अरविंद, गोवर्धन, शेरखांन, हरद्वारी, चौबसिंह, आशू, मनोज, सहित 17 नामजद व 40-50 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।गिरफ्तार हुआ आरोपी चलाकसहसवान पुलिस ने आरोपी बाइक चालक महेंद्र पुत्र रामपाल निवासी जिजाहट थाना मुजरिया को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है।

बतादें हादसे के बाद परिजनों की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ पुलिस ने पहले ही मुकदमा दर्ज कर लिया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। परिजन गिरफ्तारी पर अड़े होने के चलते ही आक्रोशित हो उठे थे। सिपाही की हालत में सुधारपथराव में राजवीर नाम का सपाही गंभीर रूप से घायल हुआ था। जिसे पुलिस ने आगरा के लिए रेफर करा दिया था। पुलिस का कहना है, रविवार को घायल सिपाही की हालत में सुधार आया है। बतादें से पथराव में एसआई समेत आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए थे।

एक नेता के चेले ने रची उपद्रव कराने की सजिश

जिले के एक भाजपा नेता के चेले ने उपद्रव की सजिश रची थी, इसका दावा पुलिस पुख्ता रूप से तो नहीं कर रही है, लेकिन वह पुलिस के शक के दायरे में फंस गया है। साक्ष्य नहीं होने की वजह से अब तक नेता कार्रवाई में शामिल नहीं हो सका है। नायक बनने के लिए नेता के चेले ने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी और गमगीन माहौल को उपद्रव और बावल का रंग दे दिया। महिला की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद जो कुछ शनिवार की शाम शहबाजपुर चौराहे पर हुआ।

उसके पीछे भाजपा के एक नेता की सोची समझी साजिश बताई जा रही है। उसने अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए यह प्लान बनाया था। बताया जा रहा है कि नेता पर जिले के एक बड़े का हाथ है। पुलिस भाजपा के नेता की मोबाइल कॉल डिटेल और जाम का नेतृत्व कर रहे नेता की कॉल डिटेल खंगाल रही है। इस बबाल में भाजपा के कई स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों के शामिल होने से भाजपा की छवि भी धूमिल हुई है। भीड़ लगातार भाजपा नेता के मौके पर पहुंचने पर ही जाम खोलने पर अड़ी हुई थी।

तीन घंटे के बाद जब वह नेता जाम स्थल पर पहुंचा तब भीड़ उसकी नारेबाजी करने लगी और जाम खोलने को राजी हो गई। यह सब काम 5-10 मिनट में ही निपट गया, जबिक पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भीड को पिछले तीन घंटों से समझा रहे थे मगर वह उनकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं थी। पुलिस का मानना है कि शनिवार की सुबह उस भाजपा नेता के साथ जाम लगा रहे लोगों की गोपनीय बैठक हुई थी। जिसमें यह पूरा प्लान बनाया गया था। बैठक के बाद भाजपा नेता बदायूं के लिए चला गया और जैसे ही शाम चार बजे के करीब महिला का शव शहबाजपुर चौराहे पर पहुंचा भीड़ ने जाम लगा दिया।

जब अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समझा बुझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया तब भीड उग्र हो गई और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। वह भाजपा नेता के मौके पर पहुंचने के बाद ही जाम खोलने को अड़ी रही। इस बीच जाम का नेतृत्व कर रहे भाजपा के एक स्थानीय स्तर के नेता से लगातार उस नेता की मोबाइल पर कई बार बात होती रही।

यह बात पुलिस के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी उसी समय आ गई थी और हुआ भी वहीं जो काम पुलिस व प्रशासन के अधिकारी तीन घंटे के प्रयास के बाद भी नहीं करा सके। भाजपा नेता के मौके पर पहुंचने के 5-10 मिनट मे ही निपट गया।

पुलिस इस मामले का मुख्य सूत्राधार उसी नेता को मान रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि दोनों के बीच कितनी बार बातचीत हुई। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस कार्रवाई करने की बात कर रही है।

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