साहित्यकारों का शोषण व अपमान बर्दाश्त नहीं
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत की बैठक सोमवार को जिला कार्यालय पर की गई।
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत की बैठक सोमवार को जिला कार्यालय पर की गई। जिसमें साहित्यकारों की समस्याओं पर चर्चा की एवं उनके निस्ताण की प्रशासन से मांग की।
भारतीय हिंदी सेवी पंचायत के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठौड़ ने कहा कि अब किसी साहित्यकारों का शोषण एवं अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वर्तमान में जनपद का साहित्यकार एक मंच पर है, साहित्यकारों ने समय-समय पर समाज की दिशा और दशा बदलने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी है, चाहे वह स्वतंत्रता आंदोलन रहा हो या फिर अपनी भारतीय संस्कृति को जीवित रखने बात रही हो।
जिला संयोजक कामेश पाठक ने कहा कि जनपद के कवि व लेखक हमेशा अपनी रचनाओं से समाज को जाग्रत करने का कार्य करते रहते हैं। जल्द ही डीएम को ज्ञापन देकर मुख्यालय पर हिंदी भवन की स्थापना, साहित्यकारों को मानदेय, नि:शुल्क यात्रा व चिकित्सा सुविधा की मांग की जाएगी।
अनंगपाल सिंह, भूराज सिंह, स्वदेश राही, प्रदीप विशाल रायजादा, सुरेंद्र कुमार नाज, उज्जवल वशिष्ठ, राजवीर सिंह तरंग, डॉ. अवधेश आर्य, विष्णु, ललतेश, शैलेंद्र मिश्रा, अवधेश पाठक, आदर्श समय, विष्णु गोपाल, अचिन मासूम, षटवदन शंखधार मौजूद थे।