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Hindi News उत्तर प्रदेश बदायूंसरकार के दर पर आया है तो, खाली हाथ न जाएगा...

सरकार के दर पर आया है तो, खाली हाथ न जाएगा...

विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया गया। सुबह से दरगाह पर चादर और...

विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया...
1/ 3विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया...
विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया...
2/ 3विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया...
विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया...
3/ 3विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया...
हिन्दुस्तान टीम,बदायूंFri, 31 May 2019 02:18 PM
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विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सय्यद हसन शेख शाही रौशन जमीर सुल्तानुल आफरीन साहब रहमतुल्लाह अलैह (बड़े सरकार) का 808 वां उर्स गुरुवार को 24वें रोजे को शानो-शौकत से मनाया गया।

सुबह से दरगाह पर चादर और गुलपोशी के लिए देश दुनिया से पहुंचे अकीदतमंदों का सैलाब उमड़ पड़ा। यह क्रम देर रात तक जारी रहा। दरगाह पर सरकार के मुरीदों ने अमनचैन के लिए दुआएं खैर की।तीन रोजा उर्स के विशेष दिन गुरुवार को उर्स की शुरुआत सुबह में फजर की नमाज के बाद हुई। इससे पूर्व दरगाह के पीरजादों ने चादर चढ़ाई और मुल्क कौम की तरक्की के लिए सरकार से दुआ मांगी।

इसके बाद सभी ने नमाज अदा की और फिर जायरीनों और अकीदतमंदों की गुल और चादरपोशी करने को भीड़ उमड़ पड़ी। सरकार की दरगाह पर पंजाब, नेपाल, दिल्ली, हरियाणा, मध्यप्रदेश आदि से उनके चाहने वाले मत्था टेकने पहुंचे थे। उर्स के मौके पर दरगाह शाम होते ही रंगीन झालरों से झिलमिला उठा था। दरगाह पर पीरजादा शरताज हुसैन, मेराज हुसैन, मोहिसन अली, आजम जाफरी, गुलजार हुसैन, सोहिल, मोहतशिम हुसैन, गुलफाम हुसैन मौजूद थे।सभी धर्मो की आस्था का केंद्र सरकारबड़े सरकार की दरगाह सभी धर्मों के लोगों की आस्था का केंद्र है। यहां सरकार के सदके में हजारों सिर झुकते हैं। लोगों को सरकार के सालाना उर्स आने का विशेष इंतजार रहता है। लोगों का मानना है कि सरकार की दरगाह पर सच्चे मन से मांगी गई मुराद अवश्य पूरी होती है।दरगाह पर की इफ्तारीउर्स में जायरीनों ने तबर्रुक तकसीम किया गया। उर्स ए पाक के बाद सरकार के दर पर जायरीन ने सलाम पेश किया। शाम को इफ्तारी के वक्त जायरीनों ने भी दरगाह पर हिस्सा लिया। इससे पहले इफ्तारी में सरकार को भी शामिल किया।कव्वालों की सजी रही महिफलदरगाह पर बड़े सरकार की शान में दिन भर कब्बालों की महिफल सजी रही।

कब्बालों ने एक से बढ़कर एक कब्बाली पेश की। जिसमें सरकार के दर पर आया है तो, खाली हाथ न जाएगा, मत्था को झुकाकर देख मन मांगी मुराद पाएगा कब्बाली काफी हिट रही।शैतानों से छुटकारा के लिए करते हैं चिल्लामजार-ए-मुबारक के समीप बैठकर बहुत से अकीदतमंद कलाम-ए-पाक की तिलावत करते दिखाई दिए। मान्यता है कि बड़े सरकार की दरगाह की हाजिरी कभी खाली नहीं जाती है। यह वह दरबार है जहां के बड़े राजाओं और महाराजाओं तक ने हाजिरी कर मन्नतें मांगी है। हर साल होने वाले उर्स में लाखों लोग यहां अपने दुखों को दूर करने के लिए दुआएं मांगते हैं। शैतानों से छुटकारा के लिए 40 दिन का लोग रहकर चिल्ला करते हैं।बिन सरकार अजमेर शरीफ की यात्रा अधूरीबताया जता है कि अजमेर शरीफ की यात्रा भी यहां हाजरी लगाए बगैर अधूरी रहती है। इसलिए लोग अजमेर शरीफ के साथ ही वक्त निकालकर बड़े सरकार के दर पर भी आते हैं।सुहागिन मांगती हैं दुआबड़े सरकार की ज्यारत के अंदर बन्नो बुआ की भी मजार है।

जिनके यहां सुहागिन औरतेंअपने सुहाग की लंबी आयु के लिए दुआएं मांगती हैं। देश-विदेश के कोने से यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोग दुआएं करने आते हैं।आज होगा कुलबड़े सरकार के उर्स का कुल 25वें रोजे की सुबह में फजर की नमाज के बाद हेगा। कुल में शरीक होने के लिए दूरदराज से आए जायरीन दरगाह पर ठहरे हुए हैं। जो कि कुलशरीफ में भाग लेने के बाद ही अपने घरों को विदा होंगे।

कुल शरीफ के दौरान मुल्क और कौम के लिए दुआएं करने को हजारों हाथ उठेंगे।ट्रेन और बसों में भीड़इस बार बड़े सरकार के उर्स में शिरकत करने के लिए बड़ी संख्या में जायरीन आए हैं। जिसके चलते बसों के साथ ही ट्रेन में भारी भीड़ दिखाई दी। स्टेशन पर जायरीन की संख्या इतनी थी कि स्टेशन के प्रवेश द्वार पर ही सभी लेटकर आराम करते दिखाई दिए। वहीं ट्रेनों में भी यात्रियों में सर्वाधिक संख्या जायरीन की ही दिखाई दी।

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