मुठभेड़ के बाद पकड़े गए छह मांस तस्कर, असलहे बरामद
सहसवान पुलिस ने प्रतिबंधित पशुओं का वध कर मांस बेचने वाले छह तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में मांस समेत वध करने के उपकरण भी...

सहसवान। सहसवान पुलिस ने प्रतिबंधित पशुओं का वध कर मांस बेचने वाले छह तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में मांस समेत वध करने के उपकरण भी मिले हैं। आरोपीगणों ने पुलिस टीम से खींचतान के साथ ही असलहों से हमला भी किया लेकिन किसी तरह खुद को बचाकर टीम ने उनकी धरपकड़ कर ली।
पुलिस को सूचना मिली कि भीकमपुर गांव के जंगल में कुछ लोग प्रतिबंधित पशुओं का वध कर रहे हैं। मामले की जानकारी पर पुलिस टीम वहां पहुंची तो तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले से खुद को बचाकर जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने वहां से छह तस्करों को पकड़ लिया। इनके पास से दो क्विंटल मांस समेत प्रतिबंधित पशुओं के अवशेष मिले। साथ ही दो तमंचे, कारतूस, खोखे व छुरों के अलावा पशुओं का वध करने का सामान भी बरामद हुआ।
पकड़े गये आरोपियों में बन्ने मियां, दिलशाद, बाबू, आलेहसन निवासीगण गांव भीकमपुर थाना सहसवान के अलावा आकिल निवासी गांव नसीरपुर गौसू थाना मुजरिया बताया। आरोपियों के खिलाफ पुलिस मुठभेड़, बलवा समेत गोवध निवारण अधिनियम व पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया है।
अन्य समुदाय में रोष व्याप्त
तस्करों के इस कृत्य से लोगों में आक्रोश व्याप्त है। हिंदूवादी संगठन के तमाम लोग सहसवान कोतवाली पहुंचे और तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। लोक शांति भंग होने की आशंका के मद्देनजर सहसवान पुलिस को आसपास के थानों जरीफनगर व मुजरिया आदि की फोर्स भी बुलाना पड़ गई। इन लोगों को प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन देकर बमुश्किल जिम्मेदारों ने वापस लौटाया।
लंबे समय से चल रहा था कारोबार
बताया जाता है कि तस्करों का यह कारोबार लंबे समय से चल रहा था। इसमें कुछ अन्य लोग भी संलिप्त हैं। जिनके नाम भी खंगाले जा रहे हैं। लगातार हो रही घटनाओं से गांव वालों में भी रोष व्याप्त था और वहां बवाल की आशंका बनी हुई थी।
