150 करोड़ से बदली जायेंगी जर्जर एलटी लाइनें
जिले के देहात इलाकों में फैला एलटी लाइनों का मकड़जाल आने वाले दिनों में खत्म हो जाएगा। इस मकड़जाल की जगह अब एबीसी (एरियर बंच कंडक्टर) डाली...
जिले के देहात इलाकों में फैला एलटी लाइनों का मकड़जाल आने वाले दिनों में खत्म हो जाएगा। इस मकड़जाल की जगह अब एबीसी (एरियर बंच कंडक्टर) डाली जाएगी। सौभाग्य फेज थ्री के तहत शासनस्तर से इस काम के लिए तकरीबन डेढ़ सौ करोड़ रुपये का बजट जारी हुआ है और दो संस्थाओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। आने वाले दिनों में संस्थाएं अपने स्तर से काम शुरू कर देंगी।
देहात इलाकों में तमाम स्थानों पर एलटी की जर्जर लाइनें पड़ी हुई हैं। इन लाइनों के टूटकर गिरने से अक्सर लोगों की जान चली जाती है। वहीं लाइनें टूटने के कारण बिजली सप्लाई बाधित होने की समस्या भी रहती है। हादसे न हों और लोगों को भरपूर सप्लाई मिले, इसके लिए पिछले दिनों सभी एलटी लाइनों के स्थान पर एबीसी डालने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। पावर कारपोरेशन के इस प्रस्ताव को स्वीकृती मिलने के साथ ही डेढ़ सौ करोड़ का बजट भी जारी कर दिया गया। ताकि कहीं भी जर्जर लाइनों का मकड़जाल दिखने न पाये।
बिजली चोरी भी रुकेगी
नंगे तारों पर तमाम लोग कटिया डालकर चोरी से बिजली सप्लाई भी ले लेते हैं। इससे पावर कारपोरेशन को हर महीने करोड़ों की चपत लगती है। जबकि एबीसी डाले जाने के बाद बिजली चोरी भी घट जायेगी और विभाग को घाटा नहीं झेलना पड़ेगा।
देहात इलाकों में एलटी लाइनें खत्म करके एबीसी डालने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गयी है। संस्थाएं जल्द ही अपना काम शुरू कर देंगी। आने वाले दिनों में कहीं भी जर्जर लाइनें नहीं दिखेंगी।
वाईएस राघव, अधिशासी अभियंता