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बिल्सी में रंजिशन किसान की गोली मारकर हत्या

बिल्सी थाना क्षेत्र में बुधवार रात रंजना अस्पताल के पास तरबूज फसल की रखवाली करते समय हाथियार बंद हमलावरों ने एक किसान को गोली मारकर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया है।...

बिल्सी में रंजिशन किसान की गोली मारकर हत्या
Center,BareillyThu, 01 Jun 2017 11:33 PM
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बिल्सी थाना क्षेत्र में बुधवार रात रंजना अस्पताल के पास तरबूज फसल की रखवाली करते समय हाथियार बंद हमलावरों ने एक किसान को गोली मारकर हत्या कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया है। किसान की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराके परिजनों को सौंप दिया है। थाना क्षेत्र के गांव में रहने वाले नेकपाल और उनके भाई ओमपाल देररात तरबूज फसल की रखवाली के खेत पर गए हुए थे। इसी दौरान रंजिशन के चलते आधा दर्जन हमलावार खेत में घुस आए। हमलावरों को आता देख नेकपाल का भाई ओमपाल वहां से जान बचाकर भाग निकला। लेकिन नेकपाल वहां से भागने में सफल नहीं हो पाया। हमलावरों ने नेकपाल के माथे पर तमंचा सटाकर एक गोली मार दी। गोली लगने वह लहूलूहान होकर वहां गिर पड़ा। वारदात के बाद हमलावर वहां से फरार हो गए। गोली की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के खेत में मौजूद ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर जमा होने लगी। नेकपाल के परिजनों ने घटना स्थल पर जाकर देखा, तब तक किसान की मौत हो चुकी थी। मृतक के भाई ओमपाल का आरोप है कि तरबूज की फसल होने के चलते गांव के कुछ शरारती तत्व तरबूज की फसल का नुकसान करते थे। इस विवाद में उन लोगों से कई बार झागड़ा हो चुका था। इस बात पर हमलावर कई दिन से खेत में आवाजही कर रहे थे। मुकाई गांव के रहने वाले आरोपी रोजाना तरबूज की फसल को नष्ट कर जाते थे। मृतक के भाई ओमपाल ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर जुगेंद्र यादव, विजेंद्र यादव, व ढाकन यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस पर खड़े किए सवालमृतक नेकपाल के परिजनों में से दो दारोगा पोस्टमार्टम हाउस पर आए हुए थे। जोकि मृतक के मौत के बाद पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रहे थे। मृतक के परिजनों का आरोप था कि आनन-फानन में शव को बिना सील बंद किए पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। पुलिस तहरीर में हमलावरों के नाम में हेराफेरी कर रही है। दारोगा का आरोप था कि पुलिस की कार्यशैली संदिग्ध होने के चलते घटनास्थल पर न तो फोरेंसिक टीम पहुंची और नहीं कोई पुलिस अफसर।

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